भारतीय रिजर्व बैंक की लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत फरवरी में धन प्रेषण जनवरी की तुलना में 23 प्रतिशत कम हुआ है। केंद्रीय बैंक के मासिक बुलेटिन के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
इसमें कहा गया है कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में LRS 15.24 प्रतिशत बढ़ा है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की अहम भूमिका है। फरवरी में भारतीयों ने रिजर्व बैंक की योजना के तहत 2.10 अरब डॉलर भेजे हैं।
इसके अलावा अप्रैल-फरवरी के दौरान LRS के तहत भेजा गया धन 24.18 अरब डॉलर रहा है, जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है। वित्त वर्ष 22 में LRS के तहत 19.61 अरब डॉलर भेजा गया था।