facebookmetapixel
बिहार विधानसभा चुनाव का असर: श्रमिकों की कमी से ठिठका उद्योग-जगत का पहियाडीएलएफ की बिक्री में उछाल, लेकिन नई लॉंचिंग से ही कायम रह पाएगी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट ने कहा– AGR मामले का आदेश सिर्फ वोडाफोन आइडिया पर ही होगा लागूSBI का मुनाफा 10% बढ़कर ₹20,160 करोड़, येस बैंक में हिस्सेदारी बिक्री से हुआ फायदाEditorial: इन्वेंटरी आधारित ईकॉमर्स में एफडीआई को मिले इजाजतकिसकी नैया पार लगाएंगे मल्लाह! राजग और महागठबंधन दोनों धड़े कर रहे हर मुमकिन कोशिशविचारों से उद्योग तक: रिसर्च लैब्स कैसे दे सकती हैं भारत की ‘ग्रीन फ्रंटियर’ को गतिअसंगठित उपक्रमों का जाल: औपचारिक नौकरियों की बढ़ोतरी में क्या है रुकावट?मेटा-व्हाट्सऐप मामले में सीसीआई का आदेश खारिजदिग्गज कारोबारी गोपीचंद हिंदुजा का 85 वर्ष की आयु में निधन, उद्योग जगत ने दी श्रद्धांजलि

India-US Trade Deal: अगले हफ्ते वाशिंगटन जाएंगे भारतीय अधिकारी, जुलाई में पूरा करने का लक्ष्य

मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक भारतीय अधिकारियों की टीम 23 अप्रैल को वाशिंगटन तीन दिन की यात्रा पर जाएगी।

Last Updated- April 19, 2025 | 5:56 PM IST
India US
प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: ShutterStock

भारत और अमेरिका अगले हफ्ते एक प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के शुरुआती हिस्से को अंतिम रूप देने के लिए चर्चा शुरू करेंगे। दोनों देश इसे अगले तीन महीनों में पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए, मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक भारतीय अधिकारियों की टीम 23 अप्रैल को वाशिंगटन तीन दिन की यात्रा पर जाएगी।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शनिवार को बताया, “समझौते की शर्तें (TOR) पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। अब इसे और विकसित किया जाएगा और इस पर चर्चा होगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य यह तय करना है कि व्यापार को कितना खुला किया जा सकता है, किन क्षेत्रों में बातचीत होगी और इसका रास्ता क्या होगा।” TOR में टैरिफ (आयात शुल्क), गैर-टैरिफ बाधाएं, मूल नियम, और सीमा शुल्क सुविधाएं जैसे क्षेत्र शामिल होंगे।

बातचीत में अलग-अलग क्षेत्रों की मुख्य मांगों पर भी चर्चा हो सकती है, जिसमें संवेदनशील कृषि क्षेत्र भी शामिल है। अधिकारी ने कहा, “गैर-टैरिफ बाधाएं और नियामक बाधाएं (जैसे बौद्धिक संपदा अधिकार, वीजा, टोटलाइजेशन समझौता, सरकारी खरीद) जो दोनों पक्षों को इस समझौते के जरिए हल करनी हैं, उन पर भी बात होगी।” इसके अलावा, वार्ता के शेड्यूल पर भी चर्चा होगी।

यह मार्च में व्यापार समझौते की शर्तों के अंतिम रूप और हस्ताक्षर के बाद दोनों पक्षों के अधिकारियों की पहली व्यक्तिगत मुलाकात होगी। अग्रवाल की अचानक यात्रा दोनों देशों की इस 90 दिन की रुकावट के समय का उपयोग करने की तत्परता को दर्शाती है। यह यात्रा अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (USTR) ब्रेंडन लिंच की मार्च में नई दिल्ली यात्रा के एक महीने बाद हो रही है।

जुलाई की शुरुआत में पूरा होने संभावना

सूत्रों के अनुसार, भारत और अमेरिका BTA पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक शुरुआती हिस्से या अंतरिम व्यापार समझौते को 9 जुलाई तक पूरा करने की संभावना तलाश रहे हैं, बशर्ते चल रही बातचीत अच्छी तरह आगे बढ़े और परिणाम दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो। वाशिंगटन ने 9 अप्रैल से तीन महीने के लिए अधिकांश देशों पर टैरिफ को रोक दिया है, जिसे अंतरिम समझौते को अंतिम रूप देने के लिए एक अवसर के रूप में देखा जा रहा है।

फरवरी में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि दोनों पक्ष इस साल सितंबर-अक्टूबर तक एक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय BTA के पहले चरण को अंतिम रूप देने की उम्मीद करते हैं। इसका लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है।

इस हफ्ते की शुरुआत में, एक वरिष्ठ वाणिज्य विभाग अधिकारी ने कहा था कि भारत और अमेरिका एक व्यापार समझौते को “जितनी जल्दी हो सके” अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों पक्ष मई के दूसरे हाफ तक औपचारिक वार्ता शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। भारत इस समझौते में गैर-टैरिफ और टैरिफ बाधाओं पर भी ध्यान दे रहा है। अगर दोनों पक्ष इन बाधाओं को कम करते हैं, तो इससे दोनों देशों के व्यापार में तेजी आएगी।

वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने मंगलवार को कहा था कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार उदारीकरण का रास्ता अपनाने का फैसला किया है। अगर BTA को अंतिम रूप दे दिया जाता है, तो यह भारत और अमेरिका के व्यवसायों के लिए बड़े अवसर खोलेगा।

First Published - April 19, 2025 | 5:53 PM IST

संबंधित पोस्ट