facebookmetapixel
कमजोर बिक्री के बावजूद महंगे हुए मकान, तीसरी तिमाही में 7 से 19 फीसदी बढ़ी मकान की कीमतमुंबई में बिग बी की बड़ी डील – दो फ्लैट्स बिके करोड़ों में, खरीदार कौन हैं?PM Kisan 21st Installment: किसानों के खाते में कब आएंगे 2-2 हजार रुपये? चेक करें डेट से जुड़ी लेटेस्ट अपडेटनतीजों के बाद दिग्गज Telecom Stock पर ब्रोकरेज बुलिश, कहा- खरीदकर रख लें, ₹2,259 तक जाएगा भावTata Steel के तिमाही नतीजों की तारीख घोषित! जानिए कब खुलेंगे कंपनी के मुनाफे के आंकड़ेटाटा मोटर्स की अहम बैठक 14 नवंबर को, सितंबर तिमाही के नतीजों पर होगी चर्चाएयर टिकट बुक किया? अब 48 घंटे में बिना जुर्माने के रद्द कर सकेंगे टिकट, DGCA के नए प्रस्ताव से यात्रियों को राहतCanada immigration plan: हर साल 3.8 लाख लोग कनाडा में पा सकते हैं स्थायी घर, अस्थायी वीजा पर कड़ा नियम!538% मुनाफा कमाने के बाद ब्रोकरेज बोला – Suzlon को मत बेचो, जानिए नया टारगेट प्राइससावधान! AI कैमरे अब ट्रैफिक उल्लंघन पर रख रहे हैं नजर, कहीं आपका ई-चालान तो नहीं कटा? ऐसे देखें स्टेटस

अक्टूबर 2025 से लागू होगा भारत-EFTA व्यापार समझौता, $100 अरब FDI और 10 लाख रोजगार की उम्मीद

भारत और ईएफटीए देशों के बीच व्यापार समझौता अक्टूबर से लागू होगा, जिससे 100 अरब डॉलर एफडीआई और 10 लाख नौकरियां आएंगी।

Last Updated- July 11, 2025 | 10:51 PM IST
EFTA- ईएफटीए
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

भारत और 4 सदस्य देशों वाले यूरोपिटन फ्री ट्रेड एसोसिएशन (ईएफटीए) के बीच व्यापार समझौता अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएगा। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।

यह समझौता लागू होने से अगले 15 साल में भारत में 100 अरब डॉलर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश होने और 10 लाख नौकरियों के सृजन होने की संभावना है। ईएफटीए देशों को भारत में शुल्क मुक्त बाजार मिलेगा और स्विस घड़ियों और चॉकलेट जैसी वस्तुओं पर भारत में आयात कर नहीं लगेगा।

Also Read: ट्रेडिंग वॉल्यूम घटने से NSE और BSE के शेयर फिसले, टर्नओवर में 20% तक गिरावट

ईएफटीए ब्लॉक में आइसलैंड, स्विटजरलैंड, नॉर्वे और लिकटेंस्टीन शामिल हैं। भारत और ईएफटीए के बीच ट्रेड ऐंड इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (टीईपी) पर पिछले साल मार्च में हस्ताक्षर हुए थे, लेकिन इन देशों में प्रक्रिया संबंधी औपचारिकताओं के कारण समझौते को लागू करने में देरी हुई। भारत में स्विटजरलैंड की राजदूत माया तिस्साफी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘स्विस टाइम के मुताबिक कल आधी रात को ईएफटीए-भारत टीईपीए के लिए जनमत संग्रह की समय सीमा आधिकारिक रूप से समाप्त हो गई। स्विस लोगों ने बगैर जनमत संग्रह के समझौते पर अपनी मौन स्वीकृति व्यक्त की है। यह स्विस लोकतंत्र की वास्तविक कार्रवाई है। यह 3 दिसंबर 2024 को राज्य परिषद और 20 मार्च 2025 को राष्ट्रीय परिषद द्वारा अनुमोदन के हुआ बाद है। अब सभी घरेलू प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं, और टीईपीए लागू किए जाने की राह में कोई बाधा नहीं है।’

तिस्साफी ने कहा, ‘अगले चरण में अब अनुबंध करने वाले पक्ष समर्थन करने वाले दस्तावेज़ ओस्लो में जमा करेंगे।

First Published - July 11, 2025 | 10:24 PM IST

संबंधित पोस्ट