कार्यालयों में भीड़ अब सामान्य स्तर के करीब पहुंच रही है। सर्च इंजन कंपनी गूगल के मोबिलिटी डेटा यह दर्शाते हैं कि कार्यस्थल पर जाने वाले लोगों की संख्या देश में कोविड-19 के प्रसार से पहले के समय के दो प्रतिशत के भीतर ही है। खुदरा दुकानों और मनोरंजन स्थल पर जाने वालों की तादाद में इजाफा दिख रहा है। गूगल की मोबिलिटी रिपोर्ट में अनाम लोकेशन डेटा का इस्तेमाल कर यह जानने की कोशिश होती है कि महामारी के दौरान लोगों की गतिविधि कैसी है। आंकड़े अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। ताजा आंकड़े 28 अक्टूबर के हैं।
वैश्विक लोकेशन तकनीक कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के डेटा से पता चलता है कि यातायात की तादाद में भी तेजी आई है। मुंबई की यातायात भीड़ में लगातार दूसरे सप्ताह में भी तेजी है। यह 2019 के स्तर से 23 प्रतिशत नीचे है और पिछले सप्ताह के 29 फीसदी यातायात से अधिक है। सार्वजनिक परिवहन पर प्रतिबंध में धीरे-धीरे ढील दी जा रही है। मुंबई की लोकल ट्रेनों में कोविड के दोनों टीके लगवाने वाले यात्रियों को एक ही बार में टिकट लेने की अनुमति है। पहले ज्यादातर यात्रियों के लिए लंबी अवधि के पास मसलन मासिक आधार पर ही पास लेने की अनुमति दी जा रही थी। नई दिल्ली में यातायात भीड़ पिछले हफ्ते के 17 फीसदी की तुलना में सामान्य से 10 फीसदी कम हो गया।
बिज़नेस स्टैंडर्ड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन का जायजा लेता है। इसका उत्सर्जन औद्योगिक गतिविधियों और वाहनों से होता है। मुंबई का उत्सर्जन 2019 के स्तर से 56 प्रतिशत नीचे है। यह बांद्रा इलाके के आंकड़ों पर आधारित है। दिल्ली का उत्सर्जन 2019 के मुकाबले 12 फीसदी कम है। दोनों पिछले हफ्ते की तुलना में सामान्य के करीब है। भारतीय रेलवे ने सप्ताह के दौरान माल ढुलाई में वृद्धि दर्ज की। पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में माल ढुलाई में 11.6 फीसदी तक की वृद्धि हुई। पिछले सप्ताह वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत थी। पिछले सप्ताह में 17.2 प्रतिशत की तुलना में माल भाड़ा राजस्व में 20.2 प्रतिशत तक की तेजी आई।
भारत में 2019 और 2020 की इसी अवधि की तुलना में पिछले सप्ताह अधिक बिजली का उत्पादन हुआ। देश भर में बिजली संयंत्रों ने रविवार को खत्म सप्ताह के लिए सात दिन के रोलिंग औसत के आधार पर 362 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया। सात दिन का यह रोलिंग औसत आंकड़ा 2020 की तुलना में 3.9 फीसदी ज्यादा था। यह 2019 की तुलना में 24.5 प्रतिशत अधिक था। अक्टूबर के मध्य के बाद से बिजली उत्पादन वृद्धि में गिरावट के बाद हाल के दिनों में बिजली उत्पादन बढ़ रहा है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड इन साप्ताहिक आर्थिक संकेतकों का जायजा लेता है ताकि अर्थव्यवस्था की मौजूदा तस्वीर का अंदाजा लगाया जा सके। वृहद अर्थव्यवस्था के व्यापक आंकड़े अक्सर अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक इसी तरह के संकेतकों पर नजर रख रहे हैं क्योंकि विभिन्न देशों ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन शुरू किया था। गूगल को छोड़कर सभी डेटा रविवार 31 अक्टूबर तक के हैं।