पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा कि सरकार 24 दिसंबर को विधानसभा चुनावों के खत्म होने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती करेगी।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम हो गई हैं, इसलिए घरेलू बाजार में भी इसकी कीमतें घटाना आवश्यक हो गया है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के आधार पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को पेट्रोल पर 16 करोड़ और डीजल पर 5 करोड़ रुपये का रोजाना घाटा होता है।