facebookmetapixel
Gold silver price today: साल के अंतिम दिन मुनाफावसूली से लुढ़के सोना चांदी, चेक करें ताजा भाव2026 के लिए पोर्टफोलियो में रखें ये 3 ‘धुरंधर’ शेयर, Choice Broking ने बनाया टॉप पिकWeather Update Today: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त; मौसम विभाग ने जारी की चेतावनीShare Market Update: बढ़त के साथ खुला बाजार, सेंसेक्स 200 अंक ऊपर; निफ्टी 26 हजार के पारStocks To Watch Today: डील, डिमांड और डिफेंस ऑर्डर, आज इन शेयरों पर रहेगी बाजार की नजरघने कोहरे की मार: दिल्ली समेत पूरे उतरी क्षेत्र में 180 से अधिक उड़ानें रद्द, सैकड़ों विमान देरी से संचालितनए साल पर होटलों में अंतिम समय की बुकिंग बढ़ी, पर फूड डिलिवरी करने वाले गिग वर्कर्स के हड़ताल से दबावबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, विदेश मंत्री एस जयशंकर ढाका जाएंगे अंतिम संस्कार मेंकमजोर गर्मी-लंबे मॉनसून के चलते 2025 में सुस्त रहा उपभोक्ता टिकाऊ सामान बाजार, पर GST कटौती से राहत‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बदला देश का सुरक्षा सिद्धांत, अब सीधे वार के लिए भारत तैयार

Budget 2025: स्टील आयात पर दोगुना बढ़े शुल्क! चीन से सस्ते आयात पर कड़ा प्रहार

इस्पात मंत्रालय ने तैयार इस्पात के आयात पर शुल्क बढ़ाकर 15 फीसदी करने की मांग की

Last Updated- January 07, 2025 | 8:47 PM IST
Budget 2025: Duties on steel imports doubled! Strong attack on cheap imports from China स्टील आयात पर दोगुना बढ़े शुल्क! चीन से सस्ते आयात पर कड़ा प्रहार

इस्पात मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से आग्रह किया है कि आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 में तैयार स्टील उत्पादों के आयात पर बुनियादी सीमा शुल्क दोगुना यानी 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया जाए। इस मामले से अवगत लोगों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि स्टील मंत्रालय का मानना है कि अगर आयात शुल्क बढ़ाने की दिशा में कदम उठाया जाता है तो इससे विशेष तौर पर चीन से तैयार इस्पात का सस्ता आयात बढ़ने के प्रतिकूल प्रभाव को कम किया जा सकता है।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक तैयार स्टील के आयात में बढ़ोतरी हो रही है और यह माल विशेष तौर पर चीन से आ रहा है। मिसाल के तौर पर वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान चीन से होने वाले आयात की हिस्सेदारी बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है जो एक वर्ष पहले तक 23 प्रतिशत थी।

वित्त वर्ष 2024 के दौरान ऐसे सामान के आने की रफ्तार में सालाना 38 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और यह 83 लाख टन हो गया। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले छह महीने के दौरान तैयार स्टील के आयात में सालाना 41 फीसदी की उछाल देखी गई और यह 47 लाख टन हो गया। इसका नतीजा यह है कि आयात में बढ़ोतरी के चलते, घरेलू स्टील कंपनियों के मुनाफे पर असर देखा जा रहा है।

सरकार के आंतरिक विश्लेषण के मुताबिक चीन से होने वाले स्टील आयात का मूल्य वास्तव में 7.5 फीसदी आयात शुल्क के साथ भी देसी कीमतों की तुलना में कम है। अगर आयात शुल्क को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी भी कर दिया जाता है तब भी आयात मूल्य, देसी कीमत से कम होगा। आयात शुल्क बढ़ाना खास तौर पर ऐसे वक्त में महत्त्वपूर्ण होगा जब दुनिया भर के देश, चीन से होने वाले आयात से अपने उद्योगों को बचाने के लिए कदम उठा रहे हैं।

इसके अलावा वाणिज्य मंत्रालय की जांच शाखा, व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने भी कुछ चुनिंदा सपाट स्टील (फ्लैट स्टील) उत्पादों के आयात में कथित बढ़ोतरी की जांच शुरू कर दी है। पिछले महीने इस्पात मंत्रालय ने वाणिज्य विभाग से आग्रह किया कि वह दो साल की अवधि के लिए पूरे सपाट स्टील उत्पाद वैल्यू चेन पर 25 प्रतिशत सुरक्षा शुल्क लगाए। सुरक्षा शुल्क एक अस्थायी शुल्क है जिसे किसी देश के द्वारा अपने घरेलू उद्योग को आयात में वृद्धि से बचाने के लिए लगाया जाता है।

Budget: क्या आप प्लास्टिक उत्पाद कारोबारी हैं, तो पढ़िए बजट में वित्तमंत्री से क्या मांग है आप लोगों के लिए..

 

First Published - December 25, 2024 | 11:00 PM IST

संबंधित पोस्ट