भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor) ने कहा है कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है और हमारा लक्ष्य साल 2028 तक वर्ल्ड ग्रोथ में 18 प्रर्तिशत तक योगदान देना है। दास ने मंगलवार को बिजनेस स्टैण्डर्ड के दो दिवसीय बीएफएसआई शिखर सम्मेलन के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा, “हाल के सालों में हमारा ध्यान सरकारी सिक्योरिटी बाजार में इन्वेस्टर बेस का विस्तार करने पर रहा है। आरबीआई के पास बड़े पैमाने पर इनफ्लो और आउटफ्लो के मैनेजमेंट में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। पिछले साल यूक्रेन युद्ध के बाद भी, हमारे यहां ज्यादा आउटफ्लो देखने को नहीं मिला था।”
‘विदेशी इन्वेस्टरों को आरबीआई की क्षमता पर भरोसा’
आरबीआई गवर्नर ने कहा, “विदेशी इन्वेस्टरों को ऐसे हालातों से निपटने के लिए आरबीआई की क्षमता पर भरोसा है। पिछले इनफ्लो के दौरान, आरबीआई ने रिजर्व बनाने के लिए उनका उपयोग किया था। पैसिव इन्वेस्टर अब आर्थिक बारीकियों पर ध्यान देते हैं।”
उन्होंने कहा, “वर्तमान में भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। हमारा लक्ष्य 2028 तक भारत को वैश्विक ग्रोथ में 18 प्रतिशत का योगदान देना है।”
द्विपक्षीय कारोबार में रुपये के उपयोग को बढ़ाने का लक्ष्य: दास
दास ने सम्मेलन में भारतीय मुद्रा को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि आरबीआई का लक्ष्य अन्य देशों के साथ अपने व्यापार में भारतीय रुपये का उपयोग बढ़ाना है।’
BFSI का दो दिवसीय शिखर सम्मेलन मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर, बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया गया है। सम्मेलन का आज दूसरा दिन है।
सम्मेलन में भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा (SBI Chairman Dinesh Khara) समेत भारतीय स्टेट बैंक के एमडी सी एस सेट्टी और प्राइवेट बैंक के कई सीईओ ने भी भाग लिया।