facebookmetapixel
सरकार फिस्कल डेफिसिट के लक्ष्य को हासिल करेगी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जताया भरोसाBilaspur Train Accident: बिलासपुर में पैसेंजर ट्रेन-मालगाड़ी से भिड़ी, 4 की मौत; ₹10 लाख के मुआवजे का ऐलानAlgo और HFT ट्रेडिंग का चलन बढ़ा, सेबी चीफ ने मजबूत रिस्क कंट्रोल की जरूरत पर दिया जोरमहाराष्ट्र में 2 दिसंबर को होगा नगर परिषद और नगर पंचायत का मतदानउत्तर प्रदेश में समय से शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र, किसानों को राहत की उम्मीदछत्तीसगढ़ के किसान और निर्यातकों को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, फोर्टिफाइड राइस कर्नल का किया पहली बार निर्यातBihar Elections: दूसरे चरण में 43% उम्मीदवार करोड़पति, एक तिहाई पर आपराधिक मामले; जेडीयू और कांग्रेस भाजपा से आगेIndiGo Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹2,582 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू 9.3% बढ़ाNFO Alert: फ्रैंकलिन टेंपलटन ने उतारा नया मल्टी फैक्टर फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाQ2 Results: अदाणी एंटरप्राइजेज का मुनाफा 83.7% बढ़कर ₹3198 करोड़, लेकिन रेवेन्यू 6% घटा

नोएडा में बनेंगे Xiaomi के स्मार्टफोन, जानें क्यों करना पड़ा Dixon Technologies के साथ करार?

Dixon को मोबाइल मैन्युफैक्चरिॆंग के लिए केंद्र सरकार की PLI योजना के तहत प्रोत्साहन प्राप्त करने की मंजूरी दी गई है।

Last Updated- September 28, 2023 | 12:35 PM IST
Xiaomi India

भारत सरकार की योजनाओं का चीनी कंपनियों पर असर पड़ता दिख रहा है। चीन की कंपनी Xiaomi के स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग अब उत्तर प्रदेश के नोएडा में होने जा रही है। डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड (Dixon Technologies India Limited) की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी Padget Electronics Private Limited ने बुधवार को घोषणा की कि उसने स्मार्टफोन और अन्य संबंधित प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए Xiaomi के साथ एक समझौता किया है। इन स्मार्टफोन का प्रोडक्शन यूपी के नोएडा में स्थित Padget की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में किया जाएगा।

गौरतलब है कि डिक्सन को मोबाइल मैन्युफैक्चरिॆंग के लिए केंद्र सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत प्रोत्साहन प्राप्त करने की मंजूरी दी गई है। यह वर्तमान में रिलायंस जियो, मोटोरोला और नोकिया के लिए फोन का प्रोडक्शन करती है। वहीं, Xiaomi को भारत में कड़ी नियामक जांच का सामना करना पड़ रहा है।

इस साल की शुरुआत में, Xiaomi ने भारत के ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड  (Optiemus Electronics Ltd.) को अपने ब्लूटूथ नेकबैंड इयरफोन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया था। इसके पहले कंपनी इयरफोन का आयात चीन से करती थी।

Also Read: Elon Musk की सैटेलाइट कंपनी को अगले महीने मिलेगा इंटरनेट लाइसेंस, Starlink की होगी भारत में एंट्री

Xiaomi और Dixon के बीच हुए सौदे पर टिप्पणी करते हुए, डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (MD), अतुल बी लाल ने कहा, ‘हमें Xiaomi के साथ साझेदारी करके बेहद खुशी हो रही है, जो एक प्रतिष्ठित ब्रांड है। हम उनके द्वारा दिए गए भरोसे से खुश और प्रोत्साहित हैं। हमारा मानना ​​है कि इस सहयोग से भारतीय बिजनेस इकोसिस्टम में हमारे एक्सलेंस, बेहतर एक्जिक्यूशन ट्रैक रिकॉर्ड और Xiaomi की विशेषज्ञता और लीडरशिप का फायदा मिल सकेगा। यह भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल में एक मील का पत्थर साबित होने जैसा है।’

लाल ने कहा, ‘हमें विश्वास है कि यह एक लंबे और बेहतर रिश्ते की शुरुआत है, और लगातार ग्रोथ के लिए साझा क्षमताओं को आगे बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।’

क्यों Xiomi जैसी कई विदेशी कंपनियों को करना पड़ रहा भारतीय कंपनियों से साझेदारी?

केंद्र सरकार स्मार्टफोन निर्माताओं को अपने मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में ज्यादा लोकल कंपनियों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। यह घटनाक्रम जुलाई में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के कार्यालय में दोनों पक्षों की मुलाकात के बाद मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात की संभावनाएं तलाशने के बारे में की गई घोषणा के बाद हुआ है।

Also Read: Vedanta को लेकर बड़ी खबर, लोन मैनेज करने के लिए कारोबार को अलग एंटिटीज में बांट सकती है कंपनी

चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, ‘Xiaomi India के नेतृत्व ने आज मुझसे मुलाकात की। उनसे निर्यात बढ़ाने, सप्लाई चेन इकोसिस्टम को मजबूत करने और भारत में मूल्य संवर्धन और सभी उत्पादों को डेटा प्राइवेसी के अनुरूप बनाने की हमारी अपेक्षाएं बताईं।’

Dixon के चढ़े शेयर

बुधवार को सुबह 9:50 बजे तक BSE पर डिक्सन 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5,319.25 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

छह फुटबॉल मैदानों के बराबर होगा प्लांट

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिक्सन फैक्टरी में तीन वर्षों में 4 अरब रुपये (48.2 मिलियन डॉलर) से ज्यादा का निवेश करेगी। फैक्टरी 300,000 वर्ग फुट से ज्यादा या छह फुटबॉल मैदानों के आकार में फैली हुई है और यह बड़े पैमाने पर Xiaomi स्मार्टफोन का प्रोडक्शन करेगी।

Also Read: ऑनलाइन गेमिंग के बाद अब गूगल, फेसबुक, X को देना पड़ सकता है 18% GST

भारत दे रहा लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर जोर, चीन को पड़ रहा भारी

चीन की कंपनी Xiaomi को स्मार्टफोन असेंबलिंग के लिए डिक्सन के साथ साझेदारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है क्योंकि भारत चीनी कंपनियों पर मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिवाइस के डिस्ट्रीब्यूशन तक सब कुछ स्थानीयकृत (लोकलाइज) करने के लिए दबाव डाल रहा है। इसका मतलब है कि भारत में Xiaomi के पुराने सप्लायर भारत एफआईएच (Bharat FIH) और चीन की DBG टेक्नोलॉजी कंपनी (DBG Technology Co) के साथ कारोबार गंवाने के लिए तैयार हैं। बता दें कि Bharat FIH ताइवान के फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप के स्वामित्व वाली कंपनी है।

First Published - September 28, 2023 | 12:35 PM IST

संबंधित पोस्ट