Children’s Mutual Funds: बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का बढ़ता खर्च और बेहतर रिटर्न की वजह से चिल्ड्रन म्युचुअल फंड निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। ICRA एनालिटिक्स के अनुसार, पिछले पांच साल में इन फंड्स का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 160 फीसदी बढ़कर नवंबर 2025 में 25,675 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। साथ ही, इन फंड्स में निवेश करने वाले खातों (फोलियो) की संख्या भी बढ़कर करीब 32 लाख हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों के लिए बनाए गए कुछ टॉप चिल्ड्रन फंड्स ने पिछले 3 से 5 वर्षों में औसतन 20 से 30 फीसदी तक का सालाना रिटर्न दिया है। इसी वजह से बच्चों की शिक्षा और भविष्य के बड़े लक्ष्यों के लिए ये फंड माता-पिता की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। यह रुझान साफ दिखाता है कि माता-पिता अब पारंपरिक बचत छोड़कर बाजार से जुड़े निवेश विकल्पों को अपना रहे हैं।
पिछले पांच वर्षों में चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में 160 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। नवंबर 2025 में यह बढ़कर 25,675 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो नवंबर 2020 में 9,866 करोड़ रुपये था। नवंबर 2025 में इन फंड्स के फोलियो की संख्या करीब 32 लाख रही, जबकि नवंबर 2020 में यह लगभग 29 लाख थी। यह साफ तौर पर दिखाता है कि इन फंड्स को लेकर निवेशकों की रुचि और मांग लगातार बढ़ रही है।
| विवरण | नवंबर 2020 | नवंबर 2021 | नवंबर 2022 | नवंबर 2023 | नवंबर 2024 | नवंबर 2025 |
|---|---|---|---|---|---|---|
| कुल AUM (₹ करोड़) | 9,866 | 12,894 | 14,451 | 17,410 | 22,448 | 25,675 |
| फोलियो की संख्या (लाख में) | 29 | 29 | 29 | 30 | 30 | 32 |
स्रोत: MFI 360 Explorer
Also Read: Children’s Mutual Funds: बच्चों के भविष्य के लिए SIP, गुल्लक से अब स्मार्ट निवेश की ओर
बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च कमाई की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है, जबकि पारंपरिक बचत के तरीके अब पर्याप्त नहीं रह गए हैं। निजी स्कूलों की फीस हर साल 11 से 12 फीसदी तक बढ़ रही है। इसी कारण परिवार अब ऐसे निवेश विकल्पों की ओर जा रहे हैं, जो इस बढ़ते खर्च के साथ तालमेल बिठा सकें।
ICRA एनालिटिक्स में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और मार्केट डेटा के हेड अश्विनी कुमार कहते हैं, “माता-पिता इन फंडों को इसलिए ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि इनमें इक्विटी और डेट दोनों में निवेश होता है। ये फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) जैसे पारंपरिक विकल्पों की तुलना में बेहतर रिटर्न देते हैं और लंबी अवधि की बचत को बढ़ावा देते हैं।” उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं ने पांच साल में 30 फीसदी से ज्यादा CAGR रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों का भरोसा काफी बढ़ा है।
Also Read: Kotak MF की पैसा डबल करने वाली स्कीम, 4 साल में दिया 19% से ज्यादा रिटर्न; AUM ₹20,000 करोड़ के पार
ICRA एनालिटिक्स के अनुसार, बाजार में इस समय ऐसे करीब 12 फंड मौजूद हैं। इनमें से कुछ अच्छे प्रदर्शन करने वाले फंड्स ने पिछले तीन से पांच साल में औसतन 15-20 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। रिटर्न देने के मामले में इस कैटेगरी की कुछ स्कीम्स ने तो इक्विटी फंड्स को भी पीछे छोड़ दिया है। उदाहरण के लिए, इस कैटेगरी की नंबर-1 स्कीम ‘एसबीआई मैग्नम चिल्ड्रन्स बेनिफिट फंड’ ने तो पिछले पांच साल में 34% से ज्यादा रिटर्न दिया है।
इन फंड्स ने अलग-अलग समय में अच्छा रिटर्न दिया है। नवंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, 1 साल में औसतन करीब 4 फीसदी रिटर्न मिला है। 3 साल की अवधि में यह रिटर्न लगभग 14 फीसदी रहा है। वहीं 5 साल में इन फंडों ने औसतन करीब 17 फीसदी रिटर्न दिया है।
| स्कीम का नाम | CAGR (%) | ||
|---|---|---|---|
| 1 वर्ष | 3 वर्ष | 5 वर्ष | |
| SBI मैग्नम चिल्ड्रन बेनिफिट फंड – इन्वेस्टमेंट प्लान – रेगुलर – ग्रोथ | 10.89 | 22.85 | 34.35 |
| ICICI प्रूडेंशियल चिल्ड्रन फंड | 7.54 | 18.04 | 19.14 |
| HDFC चिल्ड्रन फंड (लॉक-इन) – रेगुलर – ग्रोथ | 2.23 | 14.95 | 18.46 |
| टाटा चिल्ड्रन फंड – रेगुलर | 0.13 | 12.88 | 18.09 |
| UTI चिल्ड्रन इक्विटी फंड – ग्रोथ | 2.20 | 12.38 | 17.65 |
स्रोत: MFI 360 Explorer
नोट: टॉप 5 स्कीम्स का चयन 28 नवंबर 2025 तक के 5-वर्षीय रिटर्न के आधार पर किया गया है।
कुमार ने कहा, “भारत में चिल्ड्रन म्युचुअल फंड कैटेगरी का ग्रोथ आउटलुक काफी मजबूत और उम्मीद भरा है। इसका आधार इसका अच्छा पिछला प्रदर्शन और निवेशकों की बदलती पसंद है। पिछले पांच वर्षों में इस कैटेगरी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 160 फीसदी बढ़कर 25,675 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और आगे भी इस रफ्तार के जारी रहने की उम्मीद है। शिक्षा की बढ़ती लागत, जो हर साल 11-12 फीसदी की दर से बढ़ रही है, माता-पिता को लंबी अवधि की योजना के लिए बाजार से जुड़े निवेश विकल्पों की ओर तेजी से आकर्षित कर रही है।”
उन्होंने कहा, “निवेशकों को उम्मीद है कि म्युचुअल फंड इंडस्ट्री 2033 तक 10 से 18 फीसदी की CAGR से बढ़ेगी। इसी इकोसिस्टम का हिस्सा होने के कारण चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स में भी हर साल दो अंकों की वृद्धि देखने को मिल सकती है। कुल मिलाकर, यह कैटेगरी लक्ष्य-आधारित निवेश के लिए एक प्रमुख विकल्प बनने की ओर बढ़ रही है, जो अनुशासित बचत, टैक्स लाभ और पारंपरिक विकल्पों की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान करती है।”
उन्होंने आगे कहा कि वित्तीय जागरूकता में वृद्धि, डिजिटल पहुंच का विस्तार और सॉल्यूशन-आधारित योजनाओं को लेकर नियामकीय समर्थन, इन फंड्स को अपनाने की रफ्तार को और मजबूत करेगा।