facebookmetapixel
भारत का REIT सेक्टर बना निवेशकों की पहली पसंद, 6 साल में 2.3 लाख करोड़ रुपये हुए वैल्यूभारत-न्यूजीलैंड FTA हुआ फाइनल, जानिए दोनों देशों को क्या मिलेगा फायदाAI का बोझ, क्या भारत को झेलनी पड़ेगी ज्यादा बिजली कटौती?ऑटो सेक्टर में पैसा लगाने का मौका? मोतीलाल ओसवाल ने चुने 3 बड़े स्टॉकभारत में ETF निवेश ने बनाया रिकॉर्ड, AUM ₹10 लाख करोड़ के पार; निवेशकों की गोल्ड-सिल्वर में बढ़ी दिलचस्पीMCX से लेकर TVS Motor तक: BSE500 के 11 शेयरों ने छुआ नया शिखर, निवेशकों की बल्ले-बल्लेIRCTC Rules: क्या ट्रेन में भी फ्लाइट जैसी एक्स्ट्रा बैगेज फीस लगती है? जानें नियम₹7,600 का सोना ₹1.35 लाख कैसे पहुंचा? जानें 20 साल में शेयर मार्केट के मुकाबले कैसा रहा प्रदर्शनRVNL, JWL, KEC समेत 9 शेयरों में तेजी का इशारा, सुपरट्रेंड ने दिया बड़ा संकेतभारत-न्यूजीलैंड FTA पर मुहर, भारतीयों के लिए हर साल 1,667 स्किल्ड वीजा का रास्ता साफ

चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स में बूम: 5 साल में AUM 160% उछला, टॉप स्कीम्स ने दिए 34% तक रिटर्न

पढ़ाई-लिखाई के बढ़ते खर्च ने बदली निवेश की सोच, चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स बने माता-पिता की पहली पसंद

Last Updated- December 22, 2025 | 11:46 AM IST
Children’s Mutual Funds
इन फंड्स को लेकर निवेशकों की रुचि और मांग लगातार बढ़ रही है। - प्रतीकात्मक फोटो

Children’s Mutual Funds: बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का बढ़ता खर्च और बेहतर रिटर्न की वजह से चिल्ड्रन म्युचुअल फंड निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। ICRA एनालिटिक्स के अनुसार, पिछले पांच साल में इन फंड्स का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 160 फीसदी बढ़कर नवंबर 2025 में 25,675 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। साथ ही, इन फंड्स में निवेश करने वाले खातों (फोलियो) की संख्या भी बढ़कर करीब 32 लाख हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों के लिए बनाए गए कुछ टॉप चिल्ड्रन फंड्स ने पिछले 3 से 5 वर्षों में औसतन 20 से 30 फीसदी तक का सालाना रिटर्न दिया है। इसी वजह से बच्चों की शिक्षा और भविष्य के बड़े लक्ष्यों के लिए ये फंड माता-पिता की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। यह रुझान साफ दिखाता है कि माता-पिता अब पारंपरिक बचत छोड़कर बाजार से जुड़े निवेश विकल्पों को अपना रहे हैं।

चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स का AUM 160% बढ़ा

पिछले पांच वर्षों में चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में 160 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। नवंबर 2025 में यह बढ़कर 25,675 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो नवंबर 2020 में 9,866 करोड़ रुपये था। नवंबर 2025 में इन फंड्स के फोलियो की संख्या करीब 32 लाख रही, जबकि नवंबर 2020 में यह लगभग 29 लाख थी। यह साफ तौर पर दिखाता है कि इन फंड्स को लेकर निवेशकों की रुचि और मांग लगातार बढ़ रही है।

विवरण नवंबर 2020 नवंबर 2021 नवंबर 2022 नवंबर 2023 नवंबर 2024 नवंबर 2025
कुल AUM (₹ करोड़) 9,866 12,894 14,451 17,410 22,448 25,675
फोलियो की संख्या (लाख में) 29 29 29 30 30 32

स्रोत: MFI 360 Explorer

Also Read: Children’s Mutual Funds: बच्चों के भविष्य के लिए SIP, गुल्लक से अब स्मार्ट निवेश की ओर

क्यों बढ़ रही है चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स की लोकप्रियता?

बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च कमाई की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है, जबकि पारंपरिक बचत के तरीके अब पर्याप्त नहीं रह गए हैं। निजी स्कूलों की फीस हर साल 11 से 12 फीसदी तक बढ़ रही है। इसी कारण परिवार अब ऐसे निवेश विकल्पों की ओर जा रहे हैं, जो इस बढ़ते खर्च के साथ तालमेल बिठा सकें।

ICRA एनालिटिक्स में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और मार्केट डेटा के हेड अश्विनी कुमार कहते हैं, “माता-पिता इन फंडों को इसलिए ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि इनमें इक्विटी और डेट दोनों में निवेश होता है। ये फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) जैसे पारंपरिक विकल्पों की तुलना में बेहतर रिटर्न देते हैं और लंबी अवधि की बचत को बढ़ावा देते हैं।” उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं ने पांच साल में 30 फीसदी से ज्यादा CAGR रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों का भरोसा काफी बढ़ा है।

Also Read: Kotak MF की पैसा डबल करने वाली स्कीम, 4 साल में दिया 19% से ज्यादा रिटर्न; AUM ₹20,000 करोड़ के पार

टॉप स्कीम्स ने इक्विटी से ज्यादा दिया रिटर्न

ICRA एनालिटिक्स के अनुसार, बाजार में इस समय ऐसे करीब 12 फंड मौजूद हैं। इनमें से कुछ अच्छे प्रदर्शन करने वाले फंड्स ने पिछले तीन से पांच साल में औसतन 15-20 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। रिटर्न देने के मामले में इस कैटेगरी की कुछ स्कीम्स ने तो इक्विटी फंड्स को भी पीछे छोड़ दिया है। उदाहरण के लिए, इस कैटेगरी की नंबर-1 स्कीम ‘एसबीआई मैग्नम चिल्ड्रन्स बेनिफिट फंड’ ने तो पिछले पांच साल में 34% से ज्यादा रिटर्न दिया है।

इन फंड्स ने अलग-अलग समय में अच्छा रिटर्न दिया है। नवंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, 1 साल में औसतन करीब 4 फीसदी रिटर्न मिला है। 3 साल की अवधि में यह रिटर्न लगभग 14 फीसदी रहा है। वहीं 5 साल में इन फंडों ने औसतन करीब 17 फीसदी रिटर्न दिया है।

टॉप 5 चिल्ड्रन म्युचुअल फंड
स्कीम का नाम CAGR (%)
1 वर्ष 3 वर्ष 5 वर्ष
SBI मैग्नम चिल्ड्रन बेनिफिट फंड – इन्वेस्टमेंट प्लान – रेगुलर – ग्रोथ 10.89 22.85 34.35
ICICI प्रूडेंशियल चिल्ड्रन फंड 7.54 18.04 19.14
HDFC चिल्ड्रन फंड (लॉक-इन) – रेगुलर – ग्रोथ 2.23 14.95 18.46
टाटा चिल्ड्रन फंड – रेगुलर 0.13 12.88 18.09
UTI चिल्ड्रन इक्विटी फंड – ग्रोथ 2.20 12.38 17.65

स्रोत: MFI 360 Explorer

नोट: टॉप 5 स्कीम्स का चयन 28 नवंबर 2025 तक के 5-वर्षीय रिटर्न के आधार पर किया गया है।

Also Read: अब डाकिया बनेंगे MF डिस्ट्रीब्यूटर! गांव-गांव पहुंचेगी म्युचुअल फंड सेवा, BSE और इंडिया पोस्ट ने मिलाया हाथ

ग्रोथ आउटलुक काफी मजबूत और उम्मीदों से भरा

कुमार ने कहा, “भारत में चिल्ड्रन म्युचुअल फंड कैटेगरी का ग्रोथ आउटलुक काफी मजबूत और उम्मीद भरा है। इसका आधार इसका अच्छा पिछला प्रदर्शन और निवेशकों की बदलती पसंद है। पिछले पांच वर्षों में इस कैटेगरी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 160 फीसदी बढ़कर 25,675 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और आगे भी इस रफ्तार के जारी रहने की उम्मीद है। शिक्षा की बढ़ती लागत, जो हर साल 11-12 फीसदी की दर से बढ़ रही है, माता-पिता को लंबी अवधि की योजना के लिए बाजार से जुड़े निवेश विकल्पों की ओर तेजी से आकर्षित कर रही है।”

उन्होंने कहा, “निवेशकों को उम्मीद है कि म्युचुअल फंड इंडस्ट्री 2033 तक 10 से 18 फीसदी की CAGR से बढ़ेगी। इसी इकोसिस्टम का हिस्सा होने के कारण चिल्ड्रन म्युचुअल फंड्स में भी हर साल दो अंकों की वृद्धि देखने को मिल सकती है। कुल मिलाकर, यह कैटेगरी लक्ष्य-आधारित निवेश के लिए एक प्रमुख विकल्प बनने की ओर बढ़ रही है, जो अनुशासित बचत, टैक्स लाभ और पारंपरिक विकल्पों की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान करती है।”

उन्होंने आगे कहा कि वित्तीय जागरूकता में वृद्धि, डिजिटल पहुंच का विस्तार और सॉल्यूशन-आधारित योजनाओं को लेकर नियामकीय समर्थन, इन फंड्स को अपनाने की रफ्तार को और मजबूत करेगा।

First Published - December 22, 2025 | 11:46 AM IST

संबंधित पोस्ट