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अदाणी ग्रुप का बड़ा फैसला! Ambuja में होगा ACC और ऑरिएंट का विलय, बनेगा ‘वन सीमेंट प्लेटफॉर्म’; शेयरों में तेजी

अंबुजा सीमेंट्स ने ACC और ओरिएंट सीमेंट के साथ विलय का प्रस्ताव रखा, जिससे कंपनी का पैन-इंडिया विस्तार और परिचालन दक्षता मजबूत होगी।

Last Updated- December 23, 2025 | 12:13 PM IST
Ambuja cement
Representative Image

अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों में मंगलवार को अच्छी तेजी देखने को मिली। बीएसई पर कंपनी का शेयर करीब 4 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया। इसकी वजह कंपनी का अपने सीमेंट कारोबार को एकजुट करने का फैसला माना जा रहा है।

अदाणी ग्रुप की इस कंपनी ने अपनी दो सहयोगी कंपनियों ( एसीसी और ओरिएंट सीमेंट) को अंबुजा सीमेंट्स में मिलाने का प्रस्ताव रखा है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से ग्रुप की संरचना आसान होगी, लागत में बचत होगी और सीमेंट सेक्टर में कंपनी की पकड़ और मजबूत हो सकती है।

कारोबार के दौरान अंबुजा सीमेंट्स का शेयर 4.3 फीसदी बढ़कर 563.25 रुपये के उच्च स्तर तक पहुंच गया। वहीं, ओरिएंट सीमेंट के शेयरों में करीब 9.8 फीसदी की तेज उछाल आई और यह 180 रुपये तक पहुंच गया। एसीसी के शेयर भी 1.4 फीसदी चढ़कर 1,802 रुपये पर कारोबार करते दिखे। इसके मुकाबले बीएसई सेंसेक्स हल्की गिरावट के साथ 0.06 फीसदी नीचे था।

यह तेजी उस घोषणा के बाद आई है, जिसमें अंबुजा सीमेंट्स ने सोमवार को बताया था कि एसीसी और ओरिएंट सीमेंट को कंपनी में विलय करने का प्रस्ताव रखा गया है। हालांकि, इस विलय के लिए नियामकीय मंजूरी और शेयरधारकों की सहमति जरूरी होगी।

प्रस्तावित विलय के बाद अंबुजा सीमेंट्स भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनियों में शामिल हो सकती है। विश्लेषकों के अनुसार, कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 155 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) हो जाएगी, जो फिलहाल 107 MTPA है। यह लक्ष्य कंपनी ने वित्त वर्ष 2028 तक हासिल करने की योजना बनाई है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस विलय से परिचालन दक्षता बढ़ेगी, लागत में कटौती होगी और कंपनी की बैलेंस शीट और मजबूत होगी। इससे अंबुजा सीमेंट्स को लंबे समय में बेहतर विकास का लाभ मिल सकता है।

ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने इस विलय को सकारात्मक कदम बताया है। फर्म के अनुसार, इससे कंपनी की कॉरपोरेट संरचना सरल होगी और पूंजी का बेहतर इस्तेमाल संभव हो सकेगा। साथ ही, क्रॉस-होल्डिंग खत्म होने से निवेशकों के लिए पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि विलय से पूंजी और प्रबंधन का उपयोग अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा। इसके अलावा, नेटवर्क, ब्रांडिंग और बिक्री से जुड़े खर्चों को सुव्यवस्थित किया जाएगा, जिससे लागत में कमी आएगी। इससे प्रति टन सीमेंट पर करीब 100 रुपये तक मार्जिन में सुधार होने की संभावना है।

ब्रोकरेज का मानना है कि यह कदम मध्यम और लंबी अवधि में लागत, मार्जिन और ग्रोथ से जुड़े लक्ष्यों को हासिल करने में कंपनी की मदद करेगा और शेयरधारकों के लिए बेहतर मूल्य सृजन करेगा।

डील की रूपरेखा 

समझौता योजना के अनुसार, अंबुजा सीमेंट ACC और ओरिएंट सीमेंट के शेयरधारकों को अपने शेयर के बदले नए शेयर जारी करेगी। इसमें ACC के 100 शेयर (अंकित मूल्य ₹10) पर अंबुजा के 328 शेयर (अंकित मूल्य ₹2) मिलेंगे। वहीं, ओरिएंट सीमेंट के 100 शेयर (अंकित मूल्य ₹10) के बदले अंबुजा के 33 शेयर (अंकित मूल्य ₹2) दिए जाएंगे।

इस सौदे में ACC का मूल्यांकन मौजूदा बाजार भाव के बराबर रखा गया है, जबकि ओरिएंट सीमेंट को सोमवार के बंद भाव की तुलना में करीब 9 प्रतिशत अधिक कीमत पर आंका गया है।

यह विलय ऐसे समय में हो रहा है, जब समूह पहले ही सांघी इंडस्ट्रीज और पेन्ना सीमेंट को अंबुजा में मिलाने का फैसला कर चुका है। इस प्रक्रिया में सांघी इंडस्ट्रीज के 100 शेयरों पर अंबुजा के 12 शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, पेन्ना सीमेंट के पात्र शेयरधारकों को अंबुजा की ओर से ₹321.5 प्रति शेयर का भुगतान किया जाएगा।

एमओएफएसएल के मुताबिक, इस पूरे विलय के बाद अंबुजा सीमेंट में करीब 12 प्रतिशत इक्विटी डायल्यूशन होगा। साथ ही, कंपनी में प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी 67.65 प्रतिशत से घटकर 60.94 प्रतिशत रह जाएगी।

अंबुजा सीमेंट को लेकर विश्लेषकों का सकारात्मक नजरिया

विश्लेषकों का मानना है कि अंबुजा सीमेंट्स और ओरिएंट सीमेंट के बीच मर्जर से एक “पैन-इंडिया सीमेंट पावरहाउस” तैयार होगा। इससे अंबुजा की कीमत तय करने की क्षमता और सप्लायर्स व लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स के साथ सौदेबाजी की स्थिति मजबूत होगी, क्योंकि अब कंपनी की ऑपरेशन स्केल काफी बड़ी हो जाएगी।

मर्जर के बाद अंबुजा का जियोग्राफिक विस्तार भी बढ़ेगा, खासकर मध्य और दक्षिण भारत में, जहां ओरिएंट सीमेंट की मजबूत पकड़ है।

Emkay Global Financial Services के विश्लेषकों ने कहा कि मौजूदा मार्केट प्राइस पर यह ट्रांजेक्शन ACC शेयरहोल्डर्स के लिए न्यूट्रल (हल्का नकारात्मक) और ओरिएंट शेयरहोल्डर्स के लिए हल्का सकारात्मक प्रभाव डालेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ACC, अंबुजा, ओरिएंट, पेनना और सांगी की कमर्शियल ऑपरेशन पहले से ही एक साथ चल रही थी, इसलिए इस मर्जर से कमाई पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

Emkay ने अंबुजा सीमेंट्स के स्टॉक को FY27 के अनुमान के आधार पर 16x EV/Ebitda पर मूल्यांकित किया है और ₹650 के टारगेट प्राइस के साथ ‘Add’ रेटिंग दी है। वहीं ACC पर ‘Sell’ रेटिंग बनी हुई है और टारगेट ₹1,600 है।

Motilal Oswal ने भी कहा कि यह डील ACC के लिए न्यूट्रल है, लेकिन अंबुजा शेयरहोल्डर्स के लिए पॉजिटिव साबित हो सकती है। उन्होंने अंबुजा को FY27 के अनुमान पर 15.4x EV/Ebitda पर मूल्यांकित किया है और ₹750 के शेयर प्राइस के साथ ‘Buy’ रेटिंग दी है। ACC को उन्होंने 7.1x EV/Ebitda पर रखा है।

MOFSL ने यह भी बताया कि अंबुजा ने Q2FY26 में लगातार तीसरी तिमाही में प्रति टन EBITDA ₹1,000 से अधिक हासिल किया। कंपनी के विस्तार योजना के तहत FY26-27 में नेट कैश से नेट डेब्ट की ओर जाने की संभावना है, लेकिन FY28 में स्वस्थ ऑपरेटिंग कैश फ्लो के साथ नेट कैश पॉजिटिव होने की उम्मीद है।

विश्लेषक अंबुजा सीमेंट्स के प्रति सकारात्मक बने हुए हैं, क्योंकि कंपनी की ऑपरेशन स्केल बढ़ रही है, कैपेसिटी बैलेंस सही है और प्रॉफिटेबिलिटी सुधर रही है। उनका मानना है कि इस मर्जर से अडानी ग्रुप के लिए एक शुद्ध सीमेंट कंपनी तैयार होगी।

First Published - December 23, 2025 | 12:13 PM IST

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