मुंबई की प्रमुख फार्मा कंपनी वॉकहार्ट नई एंटीबायोटिक दवा जैनिच को भारत में पेश करने के लिए तैयार है। दवा का लक्ष्य मूत्र पथ संक्रमण, गंभीर निमोनिया जैसी जटिल ग्राम नेगेटिव संक्रमण का उपचार है। कंपनी का अनुमान है कि इस दवा का अमेरिका और यूरोप में 7 अरब डॉलर का बाजार होगा।
इसके अलावा भारत में 17,000 करोड़ रुपये के बाजार में हिस्सेदारी हासिल करने का भी मौका रहेगा। इस तरह कुल 9 अरब डॉलर के अवसर होते हैं।
निवेशकों को प्रस्तुति में कंपनी ने अगले तीन से पांच वर्षों की वृद्धि की योजना बताई जिसके बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर इसका शेयर 2.4 फीसदी चढ़ गया।
जैनिच अथवा डब्ल्यूसीके 5222 वॉकहार्ट की ब्लॉकबस्टर रिसर्च है, जिसने पारंपरिक एंटीबायोटिक मेरोपेनम के मुकाबले 20 फीसदी अधिक उपचार करते हुए नैदानिक परीक्षणों का तीसरा वैश्विक चरण पूरा किया है। इस दवा ने अब तक 51 लोगों की जान बचाई है, जिनमें से तीन अमेरिका के हैं। ये मरीज सभी उपलब्ध उपचारों के बाद भी बीमार थे।
जैनिच का उपयोग जटिल यूटीआई, अस्पताल में भर्ती होने और वेंटिलेटर पर रहने वाले निमोनिया के मरीज, रक्तप्रवाह संक्रमण और जटिल अंतर-उदर संक्रमण के इलाज के लिए किया जा सकता है।