आने वाले साल यानी 2025 में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की झड़ी लगने जा रही है। इस साल 7-8 ईवी उतारे गए थे मगर 2025 में नामी-गिरामी वाहन कंपनियां 15-20 नए इलेक्ट्रिक वाहन उतारने की तैयारी कर चुके हैं। मारुति सुजूकी हो या टाटा मोटर्स, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा हो या ह्युंडै या एमजी मोटर्स हो, हर कोई भारत की सड़कों पर अपने नए-नवेले ईवी दौड़ाएगी।
मानो इतना काफी नहीं था, इसलिए लक्जरी कार कंपनियां भी ईवी लाने जा रही हैं। इनमें सबसे पहला नाम मर्सिडीज बेंज का है, जो जनवरी में ही अपनी ईक्यूएस 450 एसयूवी उतार सकती है।
विशेषज्ञों को लगता है कि भारत में पेश होने वाले नए इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की संख्या 2025 में दोगुनी हो जाएगी। 2024 में ऐसे 7-8 वाहन आए थे मगर 2025 में लक्जरी कार कंपनियों समेत विभिन्न कंपनियां 15 से 20 इलेक्ट्रिक यात्री गाड़ियां उतार सकती हैं।
पीडब्ल्यूसी में पार्टनर और लीडर (ऑटोमोटिव एडवाइजरी) कवन मुख्त्यार कहते हैं, ‘कमोबेश हर कोई कंपनी बाजार में अपने ईवी ला रही है, इसलिए 2024 के मुकाबले 2025 में नई गाड़ियां दोगुनी जरूर हो जाएंगी।’
पेट्रोल-डीजल और हाइब्रिड गाड़ियों में अपनी गठजोड़ की कामयाबी चख चुकीं मारुति सुजूकी इंडिया टोयोटा इस दोस्ती को ईवी बाजार में भी आजमाने जा रही हैं। दोनों मिलकर सुजूकी ईवीएक्स प्लेटफॉर्म पर एसयूवी तैयार करेंगी, जो दुनिया भर में टोयोटा ब्रांड के तहत बिकेगी। इसका उत्पादन 2025 के वसंत में गुजरात के हंसलपुर में सुजूकी मोटर ग्रुप के कारखाने में शुरू होगा। यह भारत में दोनों कंपनियों का पहला ईवी होगा।
बाजार को और रफ्तार देने के लिए ईवी बाजार की अगुआ टाटा मोटर्स भी अपने एसयूवी के काफिले को इलेक्ट्रिक बनाने की फिराक में है। इसके लिए वह सफारी, सिएरा और हैरियर जैसे लोकप्रिय एसयूवी मॉडलों के ईवी लेकर आएगी। टाटा के कौशल से बनीं ये ई-एसयूवी झटपट चार्ज हो सकेंगी और एक बार चार्ज होने पर 500 किलोमीटर से ऊपर दौड़ेंगी।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा अपनी बीई.6 इलेक्ट्रिक एसयूवी को दौड़ाने के लिए तैयार है। इसे 79 किलोवाट आवर की ताकतवर बैटरी वाले इनग्लो प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, जो 210 किलो वाट (282 बीएचपी) की ताकत के साथ दौड़ सकती है और एक बार पूरा चार्ज होने पर 500 किमी से ज्यादा दूरी तय कर सकती है।
कंपनी ने हाल ही में चेन्नई में इस कार से पर्दा उठाया था। मझोले आकार की एसयूवी में ह्युंडै क्रेटा ईवी लाएगी, जिसका बहुत अरसे से इंतजार किया जा रहा है। एक बार चार्ज होने पर यह 500 किमी तक दौड़ सकेगी। कोरियाई कंपनी किया क्रॉसओवर सिडैन ईवी4 के साथ कम कीमत वाले ईवी लाने पर जोर देगी।
जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर अपने नए प्रीमियम ब्रांड चैनल एमजी सलेक्ट के तहत एमजी सायबरस्टर उतारेगी, जो 1960 के दशक की लोकप्रिय एमजी बी रोडस्टर की तर्ज पर बनाई गई इलेक्ट्रिक रोडस्टर है। इस गाड़ी को जनवरी 2025 में उतारने की कंपनी की तैयारी है।
नई गाड़ियों की भरमार होने के बाद भी भारत के लोग ईवी को काफी धीमी रफ्तार से अपना रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं के संगठन (एसएमईवी) के आंकड़े बताते हैं कि 2023 में कुल 82,508 यात्री ईवी बिके थे। 2024 में जनवरी और अक्टूबर के बीच इनकी बिक्री केवल 10 फीसदी बढ़कर 74,235 तक ही पहुंच पाई है।
भारतीय वाहन बाजार में ईवी एक तरह से अभी तक घुटने ही चल रहे हैं। इक्रा लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्रीकुमार कृष्णमूर्ति ने माना कि यात्री वाहन श्रेणी में ईवी की पैठ बहुत कम है। उन्होंने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 में यात्री वाहन बाजार में ईवी की हिस्सेदारी करीब 2 फीसदी थी, जो इस वित्त वर्ष में बढ़कर 3 फीसदी हो सकती है। अभी तो मामला बहुत धीमे बढ़ रहा है मगर दूर तक नजर डालें तो तस्वीर काफी उजली नजर आती है।’
विशेषज्ञों को लगता है कि भारत में यात्री वाहनों के इलेक्ट्रिक बनने का सफर अभी शुरुआती चरण में ही है। दोपहिया में तो इलेक्ट्रिक स्कूटर रफ्तार पकड़ चुके हैं मगर यात्री कारों में ईवी की रफ्तार बहुत धीमी है। हां, यह धीरे-धीरे बढ़कर 2030 तक 15 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर सकते हैं बशर्ते अच्छे उत्पाद आएं और उपभोक्ताओं की दिलचस्पी वैकल्पिक तकनीकों में बढ़ती जाए। कृष्णमूर्ति ने कहा कि इसका फायदा शुरुआत में हाइब्रिड वाहनों को मिल सकता है मगर तकनीक बेहतर होने पर ग्राहक ईवी को पूरी तरह अपनाने लगेंगे।
इसमें खर्च करने लायक आय बढ़ने, ग्राहकों की पसंद बदलने और चार्जिंग ढांचे में निवेश बढ़ने का भी हाथ रहेगा। सरकारी नीतियां भी इसे रफ्तार देंगी। मगर फिलहाल को ईवी उद्योग गाड़ियों की ऊंची कीमत, डीलरों के पास लंबे अरसे तक गाड़ियां अटके रहने और खरीदार के लिए गाड़ी रखने का खर्च ज्यादा होने जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। विश्लेषक बताते हैं कि ईवी बाजार बढ़ाना है तो मजबूत उत्पाद लाने होंगे और चार्जिंग तथा सर्विसिंग का नेटवर्क बेहतर करना होगा।
2024 में कई बेहतरीन इलेक्ट्रिक कार आई थीं, जिनमें टाटा मोटर्स की माइक्रो एसयूवी का इलेक्ट्रिक मॉडल पंच ईवी भी शामिल था। इसमें बैटरी के दो तरह के विकल्प थे, जो एक बार में चार्ज होने पर 421 किलोमीटर तक दौड़ सकते थे।
लक्जरी गाड़ियों में बीएमडब्ल्यू ने आई5 इलेक्ट्रिक सिडैन उतारी। कंपनी का दावा है कि यह एक चार्ज में 516 किमी चल जाती है। किया भी अपनी मशहूर ईवी9 भारत ले आई और एमजी मोटर ने बैटरी का सबस्क्रिप्शन अलग से देने वाली विंडसर ईवी उतारी।