वरुण बेवरेजेज ने FMCG क्षेत्र में 60 प्रतिशत प्रतिफल के साथ पिछले साल के दौरान सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। यह उसके प्रतिस्पर्धी सूचकांक निफ्टी FMCG के मुकाबले तीन गुना है।
ब्रोकरों का मानना है कि कैलेंडर वर्ष 2023 के पिछले 9 महीनों के दौरान 22 प्रतिशत बिक्री दर्ज करने वाली यह कंपनी मजबूत वितरण पहुंच, नई पेशकशों और अंतरराष्ट्रीय विस्तार की मदद से अपनी तेज रफ्तार बरकरार रख सकती है।
कंपनी की राजस्व वृद्धि को सालाना आधार पर 15.4 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि से मदद मिली। कंपनी की बिक्री बढ़कर 22 करोड़ पेटियों पर पहुंच गई। जहां बिक्री वृद्धि भारतीय (सालाना आधार पर 14.8 प्रतिशत) और अंतरराष्ट्रीय बाजारों (17.5 प्रतिशत) पर केंद्रित थी, वहीं प्राप्तियों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मदद मिली।
कंपनी की दो अंक की वृद्धि FMCG प्रतिस्पधियों के मुकाबले बेहतर है। इसे ग्रामीण पैठ, मजबूत बाजार रणनीति से मदद मिली। कंपनी 1.25 करोड़ रिटेल आउटलेट तक पहुंचने में सक्षम है, जबकि मौजूदा समय में यह संख्या करीब 35 लाख है।
मुख्य कॉर्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक के अलावा, कंपनी सभी आउटलेट में ज्यादा मार्जिन वाले स्टिंग एनर्जी ड्रिंक का दायरा बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। नॉन-कॉर्बोनेटेड सेगमेंट में, कंपनी डेरी (मैंगो शेक और कोल्ड कॉफी समेत), स्पोर्ट्स ड्रिंक (गेटोरेड) और जूस (ट्रॉपिकाना, स्लाइस, निंबूज) में अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है।
एमके रिसर्च के देवांशु बंसल और विशाल पंजवानी का मानना है कि कंपनी को किफायती कीमतों पर नए उत्पादों (एनर्जी/स्पोर्ट्स/डेरी) से बढ़त हासिल होने की संभावना है।
इससे कैलेंडर वर्ष 2022-25 में 25-30 प्रतिशत की परिचालन एवं शुद्ध मुनाफा वुद्धि को बढ़ावा मिल सकता है। विश्लेषकों ने FMCG प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कंपनी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए मूल्यांकन मल्टीपल एवं आय में इजाफा कर दिया है।
बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी अपनी निर्माण पहुंच बढ़ा रही है और उसने राजस्थान के बूंदी और मध्य प्रदेश के जबलपुर में नई इकाई लगाने के लिए कैलेंडर वर्ष 2023 के 9 महीनों में करीब 2,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
कंपनी ने भारत और विदेश में भी विस्तार की योजना बनाई है। वरुण बेवरिजेज ने कैलेंडर वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में तीन नए संयंत्र लगाने की भी योजना बनाई है।