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Byju’s के को-फाउंडर ने पहली बार की कर्मचारियों से बातचीत, कहा- जल्द ही गुजर जाएंगे संघर्ष के दिन

टर्म लोन बी विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस विवाद पर बेहतर और रचनात्मक ढंग से चर्चा करके हल निकाला जा सकता है

Last Updated- June 30, 2023 | 12:04 AM IST
Byju's CEO Ravindran

कई महीनों से संघर्षो के दौर से गुजर रही एडटेक कंपनी बैजूस (Byju’s) के को- फाउंडर बैजू रवींद्रन ने पहली बार अपने कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि संघर्ष के दिन जल्द ही गुजर जाएंगे और कंपनी फिर से फायदे में लौटकर आएगी। यह जानकारी सूत्रों के माध्यम से मिली।

रवींद्रन ने टाउनहाल में वीडियो कॉल के जरिये अपने कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने पहली बार अपने कर्मचारियों को लोन विवाद, ऑडिटर ‘डेलॉइट’ और तीन बोर्ड सदस्यों के इस्तीफे जैसी समस्याओं के बारे में संबोधित किया।

टर्म लोन बी (TLB ) विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस विवाद पर बेहतर और रचनात्मक ढंग से चर्चा करके हल निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि अगले कुछ हफ्तों में सकारात्मक रिजल्ट दिखने लगेगा और इसमें अदालत को हस्तक्षेप की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।’

एक सूत्र ने रवींद्रन के हवाले से कहा, ‘पिछले कुछ महीने संघर्षपूर्ण रहे हैं। लेकिन हम जल्द ही स्थिति पर काबू पा लेंगे।’ उन्होंने कहा कि यह एडटेक कंपनी कोई महामारी नहीं है, बल्कि यह एक लंबे समय तक बनी रहने वाली एजूकेशन फर्म है। सूत्र ने बताया कि रवींद्रन ने वैश्विक और भारतीय एडटेक बाजारों के लिए भी अपने प्रोजेक्ट की भी चर्चा की।

कुछ महीने पहले की तुलना में कंपनी अब परफॉर्मेंस के मामले में काफी बेहतर है। एक कर्मचारी ने बताया, ‘उन्होंने कहा कि कंपनी ग्रुप के लेवल पर लाभप्रदता (profitability) हासिल करने के करीब है।’

रवीन्द्रन ने कर्मचारियों से कहा कि बोर्ड सदस्यों ने आपसी सहमति से अपने पद को छोड़ने का फैसला किया ताकि आगे चलकर सही समय पर ऑडिट हो और इसपर ध्यान केंद्रित किया जा सके।

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कर्मचारी ने कहा, ‘रवींद्रन ने टीम को यह भरोसा दिया कि बोर्ड के तीन सदस्यों के जाने का डेलॉइट के इस्तीफे से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके जाने को लेकर कोई विवाद नहीं था और सब कुछ आपसी समझ के साथ किया गया था। बैजूस के निवेशक, जिनमें बोर्ड के वे सदस्य भी शामिल हैं जो एक्जिट कर चुके हैं, कंपनी की ग्रोथ का पूरा सपोर्ट करते हैं।’

बैजूस के लिए मुश्किलें तब और बढ़ गई जब पिछले हफ्ते इसके ऑडिटर डेलॉइट (Deloitte) और तीन बोर्ड सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। कंपनी पहले से ही अमेरिकी अदालतों में कर्जदाताओं से जूझ रही है।

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बैजूस के सबसे बड़े हितधारक (stakeholder) प्रोसस (Prosus) ने मंगलवार को एडटेक कंपनी की वैल्यू घटाकर 5.1 अरब डॉलर कर दिया।

First Published - June 29, 2023 | 4:42 PM IST

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