बीएस बातचीत
भारतीय फिनटेक दिग्गज पेटीएम 8 नवंबर को अपना आईपीओ पेश करने के लिए तैयार है। कंपनी ने कहा है कि आईपीओ में उसी वैल्यू 19.5-20 अरब डॉलर के दायरे में होगी और वह बढ़ती निवेशक मांग की वजह से अपना निर्गम आकार बढ़ाकर 18,300 करोड़ रुपये कर रही है। दीपशेखर चौधरी और नेहा अलावधी के साथ एक साक्षात्कार में पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने अपनी सफलता और आगामी राह के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य अंश:
भारत के इस सबसे बड़े आईपीओ तक के अपने सफर के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
जब हमने दूरसंचार सेवा कंपनी के तौर पर शुरुआत की थी, तो कभी यह नहीं सोचा था कि हम एक दिन भारत का सबसे बड़ा आईपीओ लाएंगे। मौजूदा और पिछले दशक में भारत ने प्रौद्योगिकी उद्यमियों के लिए विशेष अवसर पेश किया है।
छोटे भारतीय कस्बों के युवाओं के लिए आप क्या कहना चाहेंगे, जो बिलियन डॉलर टेक स्टार्ट-अप बनाना चाहते हैं? आपके लिए सबसे बड़ी चुनौतियां क्या थीं?
यदि आप स्वयं चांस नहीं लेंगे तो आपके लिए कौन जोखिम लेगा? चांस लीजिए, मेरे दोस्त। आप पथ-प्रदर्शक हो सकते हैं, जिसका दुनिया शायद इंतजार कर रही हो। मेरा मानना है कि सबसे बड़ी चुनौती भीड़ का हिस्सा बनने की होगी, वह भाषा बोलने की होगी, जो वे बोलते हैं, वह खाने की होगी, जो वे खाते हैं। मैं आपको बता दूं कि मैं शराब और धूम्रपान से परहेज करता हूं। ज्यादातर समय, छोटे शहरों से लोग यह सोचते हैं कि समाज में समायोजित होने के लिए ड्रिंक करना या धूम्रपान करना जरूरी होता है। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वे उस जाल में न फंसे। आपको एक मजबूत कंपनी बनाने में अपनी पूरी ऊर्जा लगानी चाहिए।
क्या मुनाफे में बदलाव को लेकर कोई समय सीमा है?
मैं नहीं मानता कि हमें इसके लिए कोई खास समय-सीमा तय करने की जरूरत है। महत्वपूर्ण बात यह ध्यान रखना है कि हम उस दिशा में बढ़ रहे हैं जिसमें हमारी लागत घट रही है और योगदान बढ़ रहा है। हमने कोई खास समय-सीमा तय नहीं की है, क्योंकि भारत वृद्घि केंद्रित बाजार है और इसकी कोई वजह नहीं है कि हमें और निवेश नहीं करना चाहिए।
क्या आप अपनी कंपनी में चीन से निवेश को बाधा के तौर पर देख रहे हैं?
मेरा मानना है कि कंपनी अब पूरी तरह से मजबूत हो गई है और वह पूर्व से लेकर पश्चिम, कहीं से भी पूंजी जुटा सकती है। ऐसी कंपनी, जिसने अभी परिचालन शुरू नहीं किया है, (पेटीएम इंश्योरटेक) के लिए हमने 900 करोड़ रुपये जुटाए हैं। हमारे पास चीनी निवेशक हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हमारा प्रबंधन किसी बाहरी के नियंत्रण में है। हम इसे लेकर उत्साहित हैं कि कई निवेशकों ने हम पर भरोसा दिखाया है।
आपने कहा है कि पेटीएम मॉल एक अलग व्यवसाय है और आप उसमें निवेश नहीं कर रहे हैं। क्या आप यह बतानाचाहेंगे कि यह व्यवसाय अलग क्या था और भविष्य में इसे लेकर क्या रणनीति है?
भुगतान और वित्तीय सेवाओं ने एक साथ अच्छा प्रदर्शन किया है। ई -कॉमर्स व्यवसाय अपनी लॉजिस्टिक और निवेश जरूरतों के साथ पूरी तरह अलग क्षेत्र है। इसलिए, हमने ग्राहक मूल्य और व्यवसाय की प्रवृत्ति को देखते हुए इसे अलग रखा। मेरा मानना है कि यह हमारी तरफ से बड़ा निर्णय था।
क्या आप इस बारे में जानकारी दे सकते हैं कि आईपीओ के बाद आपके कितने कर्मचारी करोड़पति बन जाएंगे?
हालांकि हमारे पास इस बारे में कोई विशेष आंकड़ा नहीं है, लेकिन मेरा मानना है कि ऐसे लोगों की संख्या हजारों में होगी। इसके अलावा, पेटीएम अपने कर्मियों को 2,000 करोड़ रुपये की नकदी प्रदान करने वाली एकमात्र कंपनी है।