राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम भक्तों की अगवानी के लिए हर कोई अपने-अपने स्तर पर तैयारी में जुटा है, ताकि 22 जनवरी को उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत पेश न आए। दूरसंचार ऑपरेटरों ने सोमवार के मुख्य कार्यक्रम से पहले पूरे अयोध्या धाम में अपने नेटवर्क को अपग्रेड कर दिया है। इस कार्यक्रम में लगभग सात हजार राम भक्त और विशिष्ट हस्तियां शामिल होंगी।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर के द्वार आम लोगों के लिए खुल जाएंगे। अयोध्या विकास प्राधिकरण का अनुमान है कि इसके बाद हर दिन यहां तीन से चार लाख श्रद्धालुओं का आना होगा। इससे बहुत जल्द दूरसंचार नेटवर्क पर भी भारी दबाव बढ़ जाएगा।
अयोध्या में नेटवर्क नहीं मिलने के कारण हैलो…हैलो कहते थक जाना अब बीते दिनों की बात हो जाएगी। वोडाफोन-आइडिया ने कहा कि कंपनी ने अपने नेटवर्क बुनियादी ढांचे को बढ़ाया है और शहर के प्रमुख स्थलों पर मौजूदा साइट को अपग्रेड किया है, ताकि श्रद्धालुओं और दर्शकों को उनकी सेवाएं इस्तेमाल करने में किसी तरह की परेशानी न हो। कंपनी ने कहा, ‘हमने शहर में नेटवर्क कवरेज में सुधार करने के साथ-साथ यहां नेटवर्क क्षमता एवं बैकहॉल कनेक्टिविटी में बढ़ोतरी कर दी है।’
वीआई ने यह भी कहा कि दूरसंचार विभाग और केंद्र, राज्य एवं नगर निकाय के सभी संबंधित विभागों ने टावर लगाने, मैटेरियल और श्रमिकों को लाने- ले जाने के लिए सभी जरूरी प्रक्रियागत औपचारिकताएं पूरी करने में मदद की और किसी भी स्तर पर स्वीकृति मिलने में देर नहीं हुई। इसने कहा कि पूरे शहर में नेटवर्क को बेहतर करने के लिए कंपनी ने सभी प्रमुख स्थलों पर टावर लगा दिए हैं।
इसी प्रकार भारती एयरटेल ने भी नेटवर्क को बेहतर करने के लिए नई साइट जोड़ी और अतिरिक्त टावर लगाए हैं। कंपनी ने छोटी से छोटी और भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए ट्रेलर, ट्रक आदि पर पोर्टेबल सेल टावर भी तैनात किए हैं। वायस और डेटा सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए पूरे अयोध्या शहर में फाइबर केबल का जाल बिछा दिया है।
राम मंदिर और इसके आसपास के इलाकों को कवर करने के लिए कंपनी ने अतिरिक्त साइट और बीटीएस लगाए हैं।
एयरटेल ने शहर के अयोध्या धाम, अयोध्या कैंट, एयरपोर्ट, कटरा रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, रामप्रस्थ पार्क, राम भद्र, ब्रह्मकुंड, गुप्तार घाट, परिक्रमा मार्ग और हाइवे जैसे प्रमुख स्थलों पर अतिरिक्त काउ (सेल ऑन व्हील) यानी पोर्टेबल टावर की तैनाती की है। इससे लोगों को नेटवर्क और डेटा इस्तेमाल करने में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होगी।
यही नहीं, नेटवर्क संबंधी किसी भी तरह की चुनौती, अव्यवस्था और आकस्मिक संकट से निपटने के लिए एयरटेल कंपनी के इंजीनियरों, अधिकारियों, मैकेनिकों और अन्य जरूरी सेवाओं में लगे लोगों ने शहर में डेरा डाल दिया है।