facebookmetapixel
BFSI Summit: भारत का वित्तीय क्षेत्र सबसे मजबूत स्थिति में, सरकार और आरबीआई ने दी जिम्मेदार वृद्धि की नसीहत2025 बनेगा भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ वर्ष, BFSI समिट में बोले विदेशी बैंकरBFSI Summit: अधिग्रहण के लिए धन मुहैया कराने में नए अवसर देख रहा है बैंकिंग उद्योगBSFI Summit: ‘एमएफआई के दबाव से जल्द बाहर निकल आएंगे स्मॉल फाइनैंस बैंक’BFSI Summit: दुनिया के शीर्ष 20 में से भारत को कम से कम 2 देसी बैंकों की जरूरतBFSI Summit: तकनीक पर सबसे ज्यादा खर्च करने वालों में शुमार है स्टेट बैंक- शेट्टीBFSI Summit: वित्त वर्ष 2025-26 में वृद्धि दर 7 प्रतिशत से अधिक रहे तो मुझे आश्चर्य नहीं – सीईए अनंत नागेश्वरनBFSI Summit: बीएफएसआई की मजबूती के बीच MSMEs के लोन पर जोरBFSI Summit: कारगर रहा महंगाई का लक्ष्य तय करना, अहम बदलाव की जरूरत नहीं पड़ीBFSI Summit: बढ़ती मांग से कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार सुस्त

MTNL नहीं चुका पाई पंजाब एंड सिंध बैंक का कर्ज, शेयर ऑल टाइम हाई पर पहुंचे; केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दिया बयान

MTNL ने पिछले साल जुलाई में 7.59 प्रतिशत की छमाही कूपन दर के साथ 10 साल के सरकारी गारंटी वाले बॉन्डों के जरिये 2,480 करोड़ रुपये जुटाए थे।

Last Updated- July 19, 2024 | 11:00 PM IST
MTNL

महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) ने पंजाब ऐंड सिंध बैंक का 37.5 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज नहीं चुकाया है। वित्तीय संकट से जूझ रही इस सरकारी दूरसंचार कंपनी ने आज स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि उसने कर्ज की मूल राशि की 10 जुलाई को निकलने वाली किस्त नहीं चुकाई है। उसने कहा कि कुल बकाया मूल राशि 5,480.2 करोड़ रुपये है। कंपनी ने एक्सचेंजों से कहा कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों के कुल 7,780.2 करोड़ रुपये का उधार उस पर बाकी है। कंपनी पर कुल 31,851.2 करोड़ रुपये कर्ज है।

दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को कहा कि दूरसंचार विभाग MTNL पर बारीकी से नजर रख रहा है। MTNL के साथ एक हफ्ते में दूसरी बार ऐसा हुआ है। इससे पहले बुधवार को कंपनी अपने बॉन्डधारकों को गारंटीशुदा छमाही ब्याज नहीं दे पाई थी, जिसे चुकाने के लिए सरकार ने दखल दिया था।

MTNL ने पिछले साल जुलाई में 7.59 प्रतिशत की छमाही कूपन दर के साथ 10 साल के सरकारी गारंटी वाले बॉन्डों के जरिये 2,480 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसका ब्याज उसे 20 जुलाई को चुकाना है मगर कंपनी ने पिछले हफ्ते एक्सचेंजों को बताया कि धन की कमी के कारण वह ब्याज नहीं दे पाएगी।

MTNL, दूरसंचार विभाग और डिबेंचर ट्रस्टी बीकन ट्रस्टीशिप लिमिटेड के बीच समझौता हुआ था। इस समझौते में कहा गया है कि जिस तारीख को ब्याज चुकाया जाना है, उससे दस दिन पहले एमटीएनएल एस्क्रो खाते में पर्याप्त रकम डाल देगी। चूंकि कंपनी ने ब्याज देने में असमर्थता जताई थी, इसलिए सरकार ने दखल देते हुए तीन दिन पहले यानी 17 जुलाई को जरूरी रकम उस ट्रस्ट तथा खाते में डाल दी।

दिलचस्प है कि इस घटना के बाद गुरुवार को MTNL का शेयर 64.08 रुपये पर पहुंच गया, जहां वह इससे पहले कभी नहीं जा पाया था। शुक्रवार यानी आज 10 फीसदी तेजी के साथ शेयर 70.48 रुपये तक चला गया।

First Published - July 19, 2024 | 10:12 PM IST

संबंधित पोस्ट