आईटी सेवा कंपनी टेक महिंद्रा ने क्राउडसोर्सिंग प्लेटफॉर्म पोपुली को पेश करने की घोषणा की है। यह प्लेटफॉर्म गिग वर्कर यानी अस्थायी नौकरी के तौर पर काम करने वालों को प्रमुख संगठनों के साथ जोड़ने में सक्षम बनाता है।
पोपुली पर रोजगारों में कंटेंट रेटिंग, डेटा कलेक्शन, डेटा ट्रांसक्रिप्शन और कई तरह के डेटा एनोटेशन शामिल होंगे। यह उद्यमों को अनुभवी कर्मियों और क्राउड डिलिवरी मॉडलों की मदद से प्रोडक्शन-ग्रेड मशीन-लर्निंग मॉडल तैयार करने में सक्षम बनाएगा, व्यवसायियों को प्रतिभाओं तक त्वरित पहुंच में मदद करेगा।
टेक महिंद्रा में बिजनेस प्रोसेस सर्विसेज के बिजनेस हेड बीरेंद्र सेन ने कहा, ‘प्रतिस्पर्धी नेक्स्ट-जेन आर्टीफिशल इंटेलीजेंस (AI) सॉल्युशन तैयार करने के लिए ज्यादा समय और प्रतिभाओं की जरूरत होती है। पोपुली उद्यमों को वैश्विक तौर पर कुशल गिग वर्करों के साथ जोड़ता है, उद्यमों को लागत घटाकर एवं उत्पादकता बढ़ाकर AI समाधान निर्माण में सक्षम बनाता है।
गिग वर्कर को प्रमुख AI परियोजनाओं तथा अनुकूल आय अवसरों तक तक पहुंच हासिल होगी। हमारा मानना है कि पोपुली गिग वर्कर और उद्यम, दोनों के लिए उपयोगी प्लेटफॉर्म होगा और इससे नवाचार तथा AI की राह मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।’
पोपुली तीन ग्राहक-केंद्रित सिद्धांतों – एडवाइस, एनोटेट और अक्वायर- के साथ काम करेगा, जिससे उद्यमों को तेज उत्पाद विकास में मदद मिलेगी। यह प्लेटफॉर्म डेटामाइम के आधार पर तैयार किया गया है, जिसे टेक महिंद्रा ने वर्ष 2020 में खरीदा था।
यह ऐसा समाधान है जो ग्राहक-केंद्रित जरूरतें पूरी करने के लिए अनुकूल कार्य परिवेश मुहैया कराता है। पोपुली का निर्माण टेक महिंद्रा के एनएक्सटी डॉट नाउ फ्रेमवर्क के अनुरूप है, जिसका मकसद उभरती प्रौद्योगिकियों और सॉल्युशनों में निवेश पर ध्यान केंद्रित कर ‘मानव केंद्रित अनुभव’ बढ़ाना है।