देश की एक सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनी टाटा पावर और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटीएम) ने अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी), कंसल्टेंसी, नीतिगत वकालत, सलाहकार, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी के वाणिज्यिकरण, समाधान आदि क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एमओयू के तहत टाटा पावर और आईआईटी मद्रास ने भविष्य की प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नत अनुसंधान को आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा इस समझौते में आईआईटी मद्रास के स्नातकोत्तर छात्रों के लिए परिसर से नियुक्तियों की संभावनाएं भी शामिल हैं।
आईआईटी मद्रास के निदेशक भास्कर राममूर्ति ने कहा, ‘आईआईटी मद्रास को खुशी है कि उसने पारस्परिक हित एवं राष्ट्रीय महत्त्व के विषयों पर शोध को आगे बढ़ाने और उभरते क्षेत्रों में उन्नत ज्ञान हासिल करने के लिए कर्मचारियों को अवसर प्रदान करने के लिए टाटा पावर के साथ साझेदारी की है।’
टाटा पावर और आईआईटी मद्रास के बीच इस करार के तहत सहयोगी शोध परियोजना जैसे कुछ मुद्दों पर सहमति हुई है। इसमें आईआईटी मद्रास के सेंटर फॉर इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी ऐंड स्पॉन्सर्ड रिसर्च (आईसीऐंडएसआर) द्वारा समर्थित एवं शोध आधारित परामर्श परियोजनाएं शामिल हैं।
टाटा पावर के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, ‘हमें आईआईटी मद्रास के साथ सहयोग करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हम उन्नत प्रौद्योगिकी, नवाचार और स्थायी बदलाव के लिए ज्ञान जैसे क्षेत्रों में एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। हम देश के कुछ सबसे अधिक प्रतिभावान एवं तेज दिमाग के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।’
