तीन साल तक गिरावट के बाद वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 23) के दौरान टाटा मोटर्स के स्थायी कर्मचारियों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 11.14 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 81,811 हो गई। मंगलवार रात जारी कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
कंपनी ने कहा कि इस बीच अस्थायी कर्मचारियों की औसत संख्या वित्त वर्ष 23 में घटकर 36,082 कर्मचारी रह गई, जबकि वित्त वर्ष 22 में इन कर्मचारियों की संख्या 40,717 थी।
कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में हमारी कर्मचारी लागत 9.2 प्रतिशत तक बढ़कर 33,655 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 30,809 करोड़ रुपये थी। इसमें विदेशी मुद्रा (पॉउंड) का भारतीय रुपये पर असर भी शामिल है। वित्त वर्ष 23 में भारतीय रुपये की तुलना में पॉउंड में नरमी आई है।
जगुआर लैंड रोवर में कर्मचारी लागत वित्त वर्ष 23 के दौरान 6.2 प्रतिशत तक बढ़कर 24,502 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 22 में 23,058 करोड़ रुपये थी। कर्मचारियों औसत संख्या और वार्षिक वेतन वृद्धि की वजह से कर्मचारी लागत में यह इजाफा हुआ।
कंपनी के अनुसार वित्त वर्ष 23 के दौरान कंपनी के वाणिज्यिक वाहन अनुभाग में कर्मचारी लागत 10.4 प्रतिशत तक बढ़कर 5,073 करोड़ रुपये हो गई।