स्पाइसजेट ने गुरुवार को कहा कि उसने गर्मियों में परिचालन क्षमता बढ़ाने के लिए 10 विमान पट्टे पर लेने की योजना बनाई है। विमानन क्षेत्र में समर शिड्यूल मार्च के आखिरी रविवार से शुरू होता है और अक्टूबर के अंतिम रविवार तक रहता है।
विमानन विश्लेषण फर्म सीरियम के अनुसार 27 फरवरी तक स्पाइसजेट के 33 विमान परिचालन में थे और बेड़े के 22 विमान परिचालन से बाहर थे। किफायती सेवा मुहैया कराने वाली यह एयरलाइन अभी में हर सप्ताह करीब 1,362 उड़ानें संचालित करती है जो एक साल पहले के मुकाबले 16 प्रतिशत कम हैं।
स्पाइसजेट को पिछली कई तिमाहियों से नकदी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। उसे कई कानूनी मामलों से भी जूझना पड़ रहा है जिनमें पूर्व मालिक कलानिधि मारन, वित्तीय सेवा फर्म क्रेडिट सुइस, विमान पट्टेदाता और इंजन पट्टेदाताओं की देनदारी के मामले शामिल हैं।
विमानन कंसल्टेंसी फर्म सीएपीए इंडिया ने दिसंबर में कहा था कि स्पाइसजेट के कायाकल्प (नई पूंजी मिलने पर) से 2024 में भारतीय विमानन बाजार में बदलाव की संभावना है क्योंकि एयरलाइन अपने खड़े विमानों को फिर से परिचालन में लाएगी और प्रतिस्पर्धी रूप से सक्षम बनने के लिए कई विमानों को पट्टे पर भी लेगी।
11 जनवरी को इस संकटग्रस्त एयरलाइन के शेयरधारकों ने इक्विटी और वारंट के जरिये 2,241.5 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। निर्गम के तहत 58 इकाइयों को इक्विटी जारी कर 1,591.5 करोड़ रुपये और पांच अन्य इकाइयों को तरजीही आधार पर वारंट जारी कर 650 करोड़ रुपये जुटाने की योजना शामिल थी।
744 करोड़ रुपये का पहला निवेश एयरलाइन में 26 जनवरी को आया था। स्पाइसजेट ने 22 फरवरी को इक्विटी और वारंट के तरजीही निर्गम के तहत 316 करोड़ रुपये का दूसरा निवेश आकर्षित किया।