मीडिया में आई खबरों के अनुसार, गद्दे बेचने वाली शीला फोम द्वारा 2,000 करोड़ रुपये में अपनी प्रतिस्पर्धी कर्ल-ऑन का अधिग्रहण किए जाने की संभावना है। शीला फोम अपने ‘स्लीपवेल’ ब्रांड के तहत गद्दों की बिक्री करती है और वह इस सेगमेंट में प्रमुख कंपनियों की सूची में शामिल है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 17,000 करोड़ रुपये के मॉडर्न मैट्रेस सेगमेंट में शीला फोम की करीब 25 प्रतिशत बाजार भागीदारी है।
ब्रोकरेज ने यह भी कहा है कि गद्दा क्षेत्र वित्त वर्ष 2022-26 के बीच 12 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ बढ़ने का अनुमान है। उसने कहा है, ‘संगठित क्षेत्र की कंपनियां नई उत्पाद पेशकशों और मजबूत बैलेंस शीट की मदद से बाजार भागीदारी बढ़ाने में सफल हो सकती हैं।’ मीडिया में आईं खबरों के अनुसार, कर्ल-ऑन के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुधाकर पई व्यवसाय बेचने की संभावना तलाश रहे हैं।
गद्दा बाजार में उसकी प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, क्योंकि कंपनियां निजी इक्विटी फर्मों से पूंजी जुटाने में सफल रही हैं। ड्यूरोफ्लेक्स ने पिछले साल करीब 450 करोड़ रुपये जुटाए। उसकी प्रतिस्पर्धी स्प्रिंगवेल और स्लीपिंग कं. ने भी पिछले कुछ वर्षों में निजी इक्विटी कंपनियों से पूंजी जुटाई है। कुर्लोन के नेटवर्क में 10,000 से ज्यादा डीलर, 72 शाखाएं और स्टॉक पॉइंट शामिल हैं। कर्नाटक, ओडिशा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, और गुजरात समेत पूरे देश में कंपनी के 9 निर्माण संयंत्र हैं।