रियल एस्टेट कंपनी मैक्रोटेक डेवलपर्स (Macrotech Developers) ने मुंबई के वर्ली स्थित Lodha Sea Face प्रोजेक्ट में एक लग्जरी अपार्टमेंट को 187.47 करोड़ रुपये में बेचा है। इस अपार्टमेंट का कुल क्षेत्रफल लगभग 15,000 वर्ग फुट है। Square Yards की रिपोर्ट के मुताबिक, यह डील SR Menon Properties LLP के साथ हुई है। SR Menon Properties LLP एक भारतीय लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (LLP) है, जिसे मई 2024 में स्थापित किया गया था। इस फर्म के दो डिज़ाइनटेड पार्टनर हैं—राधिका नरंग पारसाराम (Radhika Narang Parasram) और सुधीर विजय मेनन (Sudhir Vijay Menon) हैं।
Lodha Sea Face प्रोजेक्ट को Macrotech Developers Ltd ने विकसित किया है। RERA के अनुसार, यह प्रोजेक्ट 1.5 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें कुल 29 लग्जरी रेजिडेंशियल यूनिट्स हैं, जो 5 BHK और 6 BHK कॉन्फ़िगरेशन में उपलब्ध हैं।
IGR प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन दस्तावेजों के अनुसार, खरीदे गए अपार्टमेंट का कारपेट एरिया 1,381.09 वर्ग मीटर (लगभग 14,866 वर्ग फुट) है। इस अपार्टमेंट के साथ कुल सात कार पार्किंग स्पेस मिलते हैं। इस लेनदेन में 11.25 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी और 30,000 रुपये के रजिस्ट्रेशन चार्ज का भुगतान किया गया। यह एक प्राइमरी सेल थी, जिसमें संपत्ति Macrotech Developers Ltd से खरीदी गई। प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से जुड़े दस्तावेजों को Square Yards ने देखा है।
स्क्वायर यार्ड्स डेटा इंटेलिजेंस के अनुसार, जनवरी से दिसंबर 2024 के बीच वर्ली में प्राथमिक और द्वितीयक बाजार (Primary & Secondary Market) में कुल 683 रेजिडेंशियल रजिस्ट्रेशन दर्ज किए गए, जिनका कुल लेनदेन मूल्य 7,326 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर 2024 तक, इस इलाके में प्राथमिक और द्वितीयक संपत्तियों सहित औसत रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमत 84,754 रुपये प्रति वर्ग फुट रही।
वर्ली, दक्षिण मुंबई के सबसे लोकप्रिय लग्जरी रेजिडेंशियल मार्केट्स में से एक है, जो अपने प्रीमियम हाई-राइज़ और समुद्र के नज़ारों वाले अपार्टमेंट्स के लिए जाना जाता है। यह क्षेत्र बांद्रा-वर्ली सी लिंक, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और अन्य प्रमुख सड़कों के माध्यम से BKC और नरिमन पॉइंट (Nariman Point) जैसे बिजनेस डिस्ट्रिक्ट्स से बेहतरीन कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
एनारॉक (Anarock) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में वर्ली में 30 अल्ट्रा-लक्जरी रियल एस्टेट सौदों में कुल 4,862 करोड़ रुपये का लेनदेन दर्ज किया गया। 40 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा कीमत वाले घरों को अल्ट्रा-लक्जरी सेगमेंट में शामिल किया जाता है।
रिपोर्ट में वर्ली को हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और मल्टीनेशनल कॉरपोरेशंस (MNCs) के लिए एक प्रमुख डेस्टिनेशन बताया गया है। इसकी प्रमुख वजह बेहतरीन कनेक्टिविटी, हाई-एंड डेवलपमेंट्स और लगातार हो रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड्स हैं।
2024 तक वर्ली में कुल 4,600 हाउसिंग यूनिट्स की सप्लाई दर्ज की गई, जिनकी औसत कीमत 75,000 रुपये प्रति वर्ग फुट रही। इस क्षेत्र में 52% इन्वेंट्री की कीमत 6 करोड़ से 12 करोड़ रुपये के बीच है। 2022 से 2024 के बीच वर्ली में प्रॉपर्टी की कीमतों में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, “बांद्रा-वर्ली सी लिंक के निर्माण ने इस क्षेत्र की प्रतिष्ठा को एक प्रीमियम एड्रेस के रूप में और मजबूत किया, जिससे यह कॉरपोरेट प्रोफेशनल्स और अमीर होमबायर्स के लिए आकर्षक बन गया। मुंबई कोस्टल रोड और मेट्रो लाइन-3 जैसे जारी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के चलते इस क्षेत्र की मांग आने वाले समय में और बढ़ेगी।”
ओबेरॉय रियल्टी, बिड़ला एस्टेट्स, रनवाल रियल्टी और सुमितोमो रियल्टी जैसी रियल एस्टेट कंपनियों ने वर्ली में 7,026 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की भूमि रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के लिए खरीदी है।
इसके अलावा, 2025 से 2026 के बीच वर्ली में लगभग 2.98 मिलियन वर्ग फुट का नया ऑफिस स्पेस उपलब्ध होने की संभावना है। वर्तमान में, वर्ली में औसत किराया 170-280 रुपये प्रति वर्ग फुट प्रति माह है। इस क्षेत्र में 2015 से 2024 के बीच प्रॉपर्टी की कीमतों में 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
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