भारत में कंपनी ऐक्ट के तहत रजिस्टर्ड कंपनियों के फाइनैंशियल स्टेटमेंट्स दाखिल करने की अंतिम तारीख 29 अक्टूबर यानी आज है। इस बीच, रविवार को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA ) ने आंकड़े जारी कर बताया कि 27 अक्टूबर तक कुल एक्टिव कंपनियों में से लगभग 30 प्रतिशत कंपनियों ने ही अपने वित्तीय विवरण (फाइैनंशियल स्टेटमेंट्स) दाखिल किए थे और बहुत कम कंपनियों ने ही अपने पिछले वित्तीय वर्ष के वार्षिक रिटर्न (annual returns) की सबमिट किए थे।
MCA ने सभी शेयरहोल्डर्स से इन दोनों रिटर्न को समय पर फाइल करने और 29 अक्टूबर को समाप्त होने वाली आखिरी तारीख का इंतजार न करने के लिए कहा है। पिछले साल भी, MCA ने MCA पोर्टल पर अधिक बोझ से बचने के लिए शेयरहोल्डर्स से इसी तरह की रिक्वेस्ट की थी।
29 अक्टूबर के बाद फाइल करने वालों को प्रत्येक दिन की देरी के लिए 100 रुपये का जुर्माना देना होगा।
MCA डेटा से पता चला है कि वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) के दौरान, 27 अक्टूबर 2023 तक, 3.86 लाख फाइनैंशियल स्टेटमेंट्स और 2.08 लाख एनुअल रिटर्न फाइल किए गए हैं, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि के दौरान 2.28 लाख फाइनैंशियल स्टेटमेंट्स और 1.44 लाख एनुअल रिटर्न फाइल किए गए थे।
कंपनियां एनुअल रिटर्न और फाइनैंशियल स्टेटमेंट दोनों नए वर्जन 3 के बजाय वर्जन 2 पर फाइल कर सकती हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘हम इन दोनों फाइलिंग को वहां ले जाने से पहले नए वर्जन 3 को स्टेबलाइज करना चाहते हैं।’
हालांकि, लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप, दो रिटर्न दाखिल करने के लिए MCA पोर्टल के वर्जन 3 का उपयोग कर सकती है।
31 जनवरी, 2023 तक कंपनी ऐक्ट के तहत रजिस्टर्ड कंपनियों की कुल संख्या 24,61,937 थी। इनमें से 15,17,008 एक्टिव कंपनियां थीं। MCA के समाचार पत्र में कहा गया है कि इनमें 2,58,850 कंपनियां ऐसी शामिल थीं, जिन्हें पिछले 18 महीनों, अगस्त के भीतर शामिल किया गया था।