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Windfall Tax में हुई कटौती, तेल कंपनियों को होगा फायदा

Last Updated- January 17, 2023 | 8:38 AM IST
WIndfall tax

केंद्र सरकार ने एक बार फिर विंडफॉल टैक्स बदलाव किया है। इस बार सरकार ने विंडफॉल टैक्स में कटौती की है। कच्चे तेल, डीजल और जेट फ्यूल पर विंडफॉल टैक्स को घटाया गया है। घरेलू बाजार में उत्पादित कच्चे तेल (Crude Oil) पर विंडफॉल टैक्स को 200 रुपये प्रति टन घटाकर 1900 रुपए प्रति टन कर दिया गया है पहले ये 2100 रुपए प्रति टन था। वहीं जेट फ्यूल (ATF) पर 1 रुपये प्रति लीटर की कटोती की है। अब ATF 3.5 रुपए प्रति लीटर हो गया है पहले इसका दाम 4.5 रुपए प्रति लीटर था।

डीजल पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स में डेढ़ रुपये की कटौती की गई है। अब ये 6.5 रुपए प्रति लीटर से घटकर 5 रुपए प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा। पहले भी पेट्रोल निर्यात पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगता था।

इससे पहले विंडफॉल टैक्स बढ़ाया गया था

इससे पहले 2 जनवरी को विंडफॉल टैक्स में प्रति टन के हिसाब से 400 रुपये की बढ़त की गई थी। यानी घरेलू स्तर उत्पादित हुए कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 1700 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 2100 रुपए प्रति टन कर दिया गया था।

वहीं डीजल एक्सपोर्ट पर 1.5 रुपए की बढ़ोतरी हुई थी, पहले ये ड्यूटी 5 रुपए की लगती थी, जिसे बढ़ाकर 6.5 रुपए कर दिया गया। इसके अलावा ATF पर इसे 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ाया गया था।

ऑयल कंपनियों पर रहेगा फोकस

विंडफॉल टैक्स घटने से तेल कंपनियों को फायदा होगा। आज रिलायंस, ONGC, गेल इंडिया, ऑयल इंडिया जैसी कंपनियों के स्टॉक में एक्शन दिख सकता है।

क्या होता है विंडफॉल टैक्स

विंडफॉल टैक्स ऐसी कंपनियों या इंडस्ट्री पर लगाया जाता है, जिन्हें किसी खास तरह की परिस्थितियों में इमिडिएट रूप से काफी लाभ होता है। भारत की तेल कं‍पनियां इसका अच्‍छा उदाहरण हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया।  इससे तेल कंपनियों को काफी फायदा मिला था। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण तेल कंपनियां भारी मुनाफा काट रही थीं, इसलिए उन पर विंडफॉल टैक्स लगाया गया था।  भारत ही नहीं इटली और यूके ने भी अपनी एनर्जी कंपनियों पर यह टैक्स लगाया था।

विंडफॉल टैक्स ऐसी कंपनियों या इंडस्ट्री पर लगाया जाता है, जिन्हें किसी खास तरह या परिस्थितियों में एकदम से काफी लाभ हो रहा हो।

अमूमन सरकारें इस तरह के प्रॉफिट पर टैक्स के सामान्य रेट के ऊपर वन-टाइम टैक्स लगाती है। इसे विंडफॉल टैक्स कहते हैं। यह टैक्स वे कंपनियां या इंडस्ट्री चुकाती है जो खास परिस्थितियों के कारण फायदा कमा रही होती हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण तेल कंपनियां भारी मुनाफा काट रही थीं, इसलिए उन पर विंडफॉल टैक्स लगाया गया था। भारत ही नहीं इटली और यूके ने भी अपनी एनर्जी कंपनियों पर यह टैक्स लगाया था।

First Published - January 17, 2023 | 8:35 AM IST

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