सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी मेटा ने भ्रामक सूचनाओं के प्रसार पर रोक लगाने के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मंगलवार को संयुक्त सुरक्षा अभियान शुरू किया। ‘वास्तविकता जानो’ नाम से शुरू किए गए अभियान का उद्देश्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम पर भ्रामक सूचना को पहचानने और उसे चिह्नित करने के लिए जागरूक करना है।
आठ सप्ताह के जागरूकता अभियान के दौरान व्हाट्सऐप पर ब्लॉक और रिपोर्ट, फारवर्ड लेबल जैसे पहले से मौजूद तमाम सुरक्षा उपायों के बारे में लोगों को बताया जाएगा।
कंपनी ने कहा कि इस दौरान लोगों को व्हाट्सऐप चैनल पर फैक्ट चेकिंग ऑर्गेनाइजेशन के जरिए भ्रामक सूचना की सत्यता का पता लगाने के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा। इंस्टाग्राम पर पार्टनर फैक्ट चेकर किसी भी भ्रामक या गलत सामग्री पर चेतावनी का लेबल लगा देते हैं। वे इस प्रकार की सामग्री की रीच भी कम कर देते हैं, ताकि यह कम से कम लोगों तक ही पहुंच सके।
इस अभियान के माध्यम से मेटा लोगों को किसी भी अप्रमाणिक सामग्री को शेयर या फॉरवर्ड करने के बजाय उसे रिपोर्ट करने के प्रति प्रोत्साहित करेगी। मेटा के पब्लिक पॉलिसी इंडिया के निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने जागरूकता अभियान के बारे में बताया कि मेटा ऑनलाइन फैली तमाम भ्रामक और गलत सूचनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ने स्वतंत्र फैक्ट चेकर का नेटवर्क खड़ा करने के लिए भारी निवेश किया है ताकि झूठे दावों, भ्रामक खबरों को समय रहते फैलने से रोका जा सके और लोगों को सही सूचनाएं ही उपलब्ध हों।
इसके लिए कंपनी ने एआई से उत्पन्न सामग्री पर अंकुश लगाने के लिए मिसइन्फॉर्मेशन कम्बैट एलायंस (एमसीए) के साथ भी करार किया है। इसी उद्देश्य से पिछले सप्ताह ही मेटा ने समर्पित फैक्ट चेकिंग वाट्सऐप चैटबॉट का ऐलान भी किया है।