भारत की सबसे बड़ी कार विनिर्माता मारुति सुजूकी इंडिया का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 33.3 फीसदी बढ़कर 3,207 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान जिंस कीमतों में नरमी और स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) एवं सीएनजी कारों की दमदार बिक्री से मुनाफे को बल मिला।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान जिंस कीमतों में नरमी आने से कंपनी की सामग्री लागत एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले महज 9.7 फीसदी बढ़कर 18,561 करोड़ रुपये हो गई। तिमाही के दौरान कंपनी ने 5,01,207 वाहनों की बिक्री की जो एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 7.6 फीसदी अधिक है।
स्टॉक्सबॉक्स के अनुसंधान विश्लेषक ध्रुव मुदारेड्डी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के लिए मारुति सुजूकी के नतीजों से मिलाजुला प्रदर्शन का पता चलता है। कंपनी की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है जिसे मात्रात्मक बिक्री में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 8 फीसदी की शानदार वृद्धि से रफ्तार मिली। खासकर यूटिलिटी व्हीकल श्रेणी में 60 फीसदी की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई।’
मगर तिमाही के दौरान प्रवेश स्तर के मॉडलों की मात्रात्मक बिक्री में एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 48 फीसदी की गिरावट रही। तीसरी तिमाही में मारुति के प्रदर्शन की तुलना एक तिमाही पहले से किए जाने पर शुद्ध लाभ में 15.3 फीसदी की गिरावट दिखती है। मुदारेड्डी ने कहा, ‘अधिक छूट और कम परिचालन लाभ के कारण कंपनी के एबिटा मार्जिन में क्रमिक आधार पर संकुचन दिखा है, लेकिन भविष्य के लिए उसमें सकारात्मक संकेत दिख रहे हैं।’
सन फार्मा ने दर्ज किया 16.5 प्रतिशत शुद्ध लाभ
देश की सबसे बड़ी घरेलू दवा निर्माता कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में पिछले साल की तुलना में 16.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 2,523.8 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसकी बिक्री 9.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ 12,156.9 करोड़ रुपये हो गई। अमेरिकी और भारतीय परिचालन के साथ-साथ वैश्विक स्पेशलिटी कारोबार की बिक्री से राजस्व में दो अंकों में इजाफा हुआ।
वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में समायोजित शुद्ध लाभ (असाधारण वस्तुओं को छोड़कर) 19.7 प्रतिशत वृद्धि के साथ 25,93.6 करोड़ रुपये रहा। तिमाही के दौरान समेकित एबिटा 3,476.8 करोड़ रुपये (अन्य परिचालन राजस्व सहित) रहा, जो पिछले साल की तुलना में 15.8 प्रतिशत अधिक है।
परिणामस्वरूप एबिटा मार्जिन बढ़कर 28.1 प्रतिशत हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 26.7 प्रतिशत था। पिछली तिमाही की तुलना में राजस्व 1.2 प्रतिशत बढ़ा जबकि करोपरांत लाभ 6.2 प्रतिशत बढ़ा। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने 12,336 करोड़ रुपये के राजस्व और 2,470 करोड़ रुपये के करोपरांत लाभ का अनुमान जताया था।
अंबुजा सीमेंट्स का शुद्ध लाभ 89.5 प्रतिशत बढ़ा
अदाणी समूह द्वारा प्रवर्तित अंबुजा सीमेंट्स ने लागत में कमी की वजह से दिसंबर 2023 में समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही) में अपने समेकित शुद्ध लाभ में 89.5 प्रतिशत की उछाल दर्ज की। कंपनी ने इस तिमाही के दौरान अपनी बिक्री में तीन प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की।
वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के दौरान अंबुजा सीमेंट्स ने 823 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले की तुलना में 89.5 प्रतिशत अधिक है। परिचालन राजस्व में पिछले साल की तुलना में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 8,129 करोड़ रुपये रुपये हो गया। मात्रा के लिहाज से कंपनी की समेकित बिक्री 1.41 करोड़ टन रही (जिसमें सहायक कंपनी एसीसी की मात्रा भी शामिल है)।
बैंक ऑफ बड़ौदा का मुनाफा 19 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) का मुनाफा दिसंबर, 2023 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 19 प्रतिशत बढ़कर 4,579 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में बैंक ने 3,853 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
बीओबी ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 31,416 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 27,092 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक की ब्याज आय बढ़कर 28,605 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 23,540 करोड़ रुपये थी।