फंडिंग में कमी के कारण जब बड़े निवेशकों ने भारत में अपने निवेश को कम कर दिया है ऐसे समय में वेंचर कैपिटल फर्म लाइटस्पीड (Lightspeed) देश पर बड़ा दांव लगा रही है।
यह जलवायु (climate), विद्युत गतिशीलता (electric mobility), डीप टेक (deep tech), वेब3 (Web3) और क्रॉस-बॉर्डर कॉमर्स (cross-border commerce) जैसे उभरते क्षेत्रों में निवेश करने की योजना बना रही है। उपभोक्ता, फिनटेक और सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस जैसे मुख्य विषयों में भी कंपनी निवेश करना जारी रखेगी।
लाइटस्पीड के पार्टनर राहुल तनेजा ने कहा, ‘हम चरणबद्ध तरीके से भविष्य के लिए निर्माण कर रही कंपनियों में निवेश करने में विश्वास करते हैं। सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस फिनटेक, वाणिज्य और उपभोक्ता में हमारे पास मुख्य निवेश क्षेत्र हैं।’
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, हमने जलवायु जैसे उभरते क्षेत्रों में अपना शुरुआती निवेश किया है, जिसमें इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ब्लॉकचेन, इंफ्रास्ट्रक्चर और डीप टेक शामिल हैं।
पिछले साल जुलाई में, लाइटस्पीड ने बायजू, उड़ान, शेयरचैट, इनोवेसर और रेज़रपे जैसे यूनिकॉर्न का समर्थन किया है। इसने भारत में अपने चौथे शुरुआती चरण के फंड के लिए 50 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
तनेजा ने कहा कि महामारी के कारण लॉजिस्टिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, परिधान और स्वास्थ्य सेवा से संबंधित आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो गई है, इसने बहुत सारे अवसर खोल दिए हैं।
दुनिया के लिए बड़े एजेंडे में से एक चीन पर निर्भरता कम करने के लिए आपूर्ति श्रृंखलाओं का जोखिम खत्म करना है। तनेजा ने कहा, ‘हमें विश्वास है कि भारत इसका बड़ा लाभार्थी होगा।’
उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जहां वैश्विक कंपनियां भारत को अपने विनिर्माण पोर्टफोलियो में शामिल कर रही हैं। हालांकि चीन के विपरीत देश में बहुत बड़े पैमाने पर कारखाने नहीं हैं, लेकिन इसमें बड़ी संख्या में छोटे और मध्यम संयंत्र हैं।
तनेजा ने कहा, ‘हम मानते हैं कि सीमा पार वाणिज्य को चलाने का एक बड़ा अवसर है।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले डेढ़ साल में, हमने इस क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों में लगभग पांच निवेश किए हैं, जिनमें विशेष रसायनों से लेकर निर्माण सामग्री और परिधान शामिल हैं।’