अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) और निजी इक्विटी फंड क्रिसकैपिटल तकरीबन 60 करोड़ डॉलर में आईवियर कंपनी लेंसकार्ट में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इस मामले से अवगत सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
दिल्ली की लेंसकार्ट का मूल्यांकन करीब 4.5 अरब डॉलर रहने की उम्मीद जताई जा रही है। क्रिसकैपिटल, जिसने भारत में ड्रिम11, एक्सप्रेसबीज और फर्स्टक्राई को समर्थन दिया है, से 10 करोड़ डॉलर का निवेश किए जाने के आसार हैं। यह टेक स्टार्टअप में क्रिसकैपिटल द्वारा रकम दिए जाने वाले सबसे बड़े सौदों में से एक हो सकता है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा ‘बातचीत चल रही है और कुछेक सप्ताह में इस सौदे की घोषणा की जा सकती है।’ अगर यह सौदा किया जाता है, तो यह किसी ओम्नीचैनल स्टार्टअप के लिए इस बात का महत्वपूर्ण प्रमाण होगा कि वह रकम जुटाने की गतिविधि की नरमी के बीच अच्छी रफ्तार से बढ़ रही है।
लेंसकार्ट को भेजी गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला। इतना बड़ा निवेश ऐसे समय में हो सकता है, जब तकनीक और स्टार्टअप उद्योग का मूल्यांकन दबाव झेल रहा हो और कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हों।
इनोवेन की इंडिया स्टार्टअप आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप्स के 58 प्रतिशत संस्थापकों को उम्मीद है कि वर्ष 2023 में पैसा जुटाना और कठिन हो जाएगा तथा भर्ती नरम हो जाएगी। पिछले साल धन जुटाने की कोशिश करते समय केवल 53 प्रतिशत संस्थापकों का सकारात्मक अनुभव रहा, जबकि वर्ष 2021 में यह संख्या 92 प्रतिशत थी।