आय के लिहाज से देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने आय अनुमान को 3.75 फीसदी से बढ़ाकर 4.5 फीसदी कर दिया है। पहली तिमाही में कंपनी ने 3 से 4 फीसदी का आय अनुमान जाहिर किया था।
कंपनी ने बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा क्षेत्र में विवेकाधीन खर्च बढ़ने और दूसरी तिमाही के संभावित सौदों के मद्देनजर अपने आय अनुमान में संशोधन किया है। यह चालू वित्त वर्ष के दौरान आय अनुमान में कंपनी द्वारा की गई दूसरी वृद्धि है। दो अन्य प्रमुख कंपनियों- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचसीएल टेक- के मुकाबले इन्फोसिस का प्रदर्शन बेहतर दिख रहा है।
बेंगलूरु की इस कंपनी ने बैठक की शुरुआत टाटा संस के मानद चेयरमैन एवं पद्म विभूषण रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के साथ की। कंपनी ने 2021 में अपने परिसर में उनके दौरे को याद किया।
इन्फोसिस का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 4.7 फीसदी बढ़कर 6,506 करोड़ रुपये हो गया। एक तिमाही पहले के मुकाबले कंपनी के शुद्ध लाभ में 2.2 फीसदी की वृद्धि हुई। तिमाही के दौरान कंपनी की आय एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 5.1 फीसदी और एक तिमाही पहले के मुकाबले 4.2 फीसदी बढ़कर 40,986 करोड़ रुपये हो गई।
अगर ब्लूमबर्ग के अनुमान से तुलना करें तो दूसरी तिमाही में इन्फोसिस का प्रदर्शन आय वृद्धि के मामले में बेहतर रहा, लेकिन मुनाफा के मोर्चे पर अनुमान से कमतर रहा। ब्लूमबर्ग ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इन्फोसिस की आय 40,820.2 करोड़ रुपये और मुनाफा 6,831.4 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जाहिर किया था।
इन्फोसिस के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा कि अमेरिका में बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा क्षेत्र के विवेकाधीन खर्च में लगातार तेजी दिख रही है। ऐसा खास तौर पर पूंजी, रेहन और उधारी एवं भुगतान श्रेणियों में दिख रहा है।
पारेख ने कहा, ‘हमने शानदार एवं व्यापक वृद्धि, स्थिर परिचालन मार्जिन, बड़े सौदों और कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि के साथ दूसरी तिमाही में दमदार प्रदर्शन किया है।’
उन्होंने कहा कि बीएफएसआई श्रेणी में सुधार हुआ है लेकिन यूरोप में वाहन क्षेत्र की रफ्तार सुस्त दिख रही है। उन्होंने कहा कि बीएफएसआई के अलावा अन्य उद्योगों के विवेकाधीन खर्च में कोई खास बदलाव नहीं दिख रहा है।
कंपनी की भौगोलिक एवं श्रेणीगत वृद्धि में भी यही रुझान दिखता है। भौगोलिक लिहाज से कंपनी के सबसे बड़े बाजार उत्तरी अमेरिका में 2.6 फीसदी की गिरावट जारी है।
मगर यूरोप में 16.7 फीसदी और शेष दुनिया में 4.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। जहां तक श्रेणियों का सवाल है तो बीएफएसआई में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 2.8 फीसदी और एक तिमाही पहले के मुकाबले 2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इसी प्रकार विनिर्माण में 13.5 फीसदी और ऊर्जा एवं यूटिलिटी में 10.7 फीसदी की वृद्धि हुई। मगर रिटेल में 9.2 फीसदी की गिरावट रही।
तिमाही के दौरान कंपनी के सौदों के कुल मूल्य (टीसीवी) में एक तिमाही पहले के मुकाबले कमी दर्ज की गई।
इन्फोसिस का कुल अनुबंध मूल्य 2.4 अरब डॉलर रहा जो पहली तिमाही में 4.1 अरब डॉलर रहा था। सितंबर तिमाही में कंपनी का मार्जिन 21.1 फीसदी रहा जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 0.1 फीसदी कम और एक तिमाही पहले के मुकाबले स्थिर रहा।
कंपनी ने यह भी कहा है कि जनवरी में वेतन वृद्धि की घोषणा की जाएगी और वह अप्रैल से प्रभावी होगी। जेन एआई के बारे में कंपनी ने कहा कि वह तीन खास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी एंटरप्राइज-वाइड जेन एआई प्लेटफॉर्म विकसित कर रही है। इसके अलावा स्मॉल लैंग्वेज मॉडल भी विकसित किए जा रहे हैं।
कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 में 15,000 से 20,000 फ्रेशरों को नियुक्त करने की योजना है। बोर्ड ने 21 रुपये प्रति शेयर लाभांश की घोषणा की है जो पिछले साल के मुकाबले 16.7 फीसदी अधिक है।