facebookmetapixel
भारत का रियल एस्टेट मार्केट 2047 तक होगा 20 गुना बड़ा, टियर-2 और 3 शहर बनेंगे नए ग्रोथ हबDelhi pollution: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, बिना पीयूसी वाहनों के इस साल 20% ज्यादा कटे चालान; हवा हुई और खराबLIC Q2FY26 results: मुनाफा 31% बढ़कर ₹10,098 करोड़, प्रीमियम इनकम 5.49% बढ़ीED का 1xBet सट्टेबाजी मामले में बड़ा एक्शन, सुरेश रैना और शिखर धवन की ₹11.14 करोड़ की संपत्ति जब्तअब दो दिशाओं में दौड़ेगी Tata Motors! एक घरेलू बाजार पर फोकस, दूसरी ग्लोबल लग्जरी परNFO: Helios MF का स्मॉल कैप फंड लंबी अवधि में बनाएगा वेल्थ? ₹1,000 की SIP से निवेश शुरूKotak MF ने उतारा रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; इस नई स्कीम में क्या है खास?Ola Electric के ऑटो बिजनेस ने Q2 में पहली बार दर्ज किया ऑपरेटिंग प्रॉफिटSBI MF का IPO आने वाला है! SBI और AMUNDI बेचेंगे हिस्सा, निवेशकों के लिए सुनहरा मौका30% तक उछल सकता है Adani Power का शेयर! मॉर्गन स्टैनली ने भी जताया भरोसा

आईआईटी और आईआईएम उद्यमशीलता को देंगे बढ़ावा

Last Updated- December 10, 2022 | 6:37 PM IST

प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) सभी इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थानों को छोटे उद्यमशील प्रकोष्ठों को परामर्श मुहैया कराएंगे।
यह फैसला हाल ही में संपन्न हुए एंटरप्रेन्योरशिप समिट के तहत आईआईटी-बॉम्बे में आयोजित ई-सेल (एंटरप्रेन्योरशिप सेल) के वैश्विक सम्मेलन में लिया गया।
इस वैश्विक सम्मेलन में 55 ई-सेल ने भाग लिया था जिनमें न सिर्फ आईआईटी और आईआईएम के ई-सेल शामिल थे बल्कि यू सी बर्कले, एमआईटी और स्टेनफोर्ड जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने भी शिरकत की थी।
इस वैश्विक सम्मेलन में यह निश्चय किया गया कि 10 विकसित या परिपक्व ई-सेल छोटे ई-सेल को परामर्श देंगे और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाएंगे।
आईआईटी-बॉम्बे के समन्वयक (ई-सेल) वरुण भल्ला ने कहा, ‘उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के संदर्भ में हम वैसी ही उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं जैसी उपलब्धि एमआईटी और स्टेनफोर्ड ने हासिल की है। अंतरराष्ट्रीय ई-सेल ने अपनी स्वयं की विकास कहानी के लिए एक स्वरूप दिया है।’
विशेष परामर्श कार्यक्रम के तहत परामर्शदाता संस्थानों के ई-सेल को पेटेंट के संदर्भ में उद्यमशीलता पर सलाह देंगे। इसके अलावा ई-सेल को बौद्धिक संपदा अधिकारों, नए उद्यम शुरू करने के तौर-तरीकों, टीम निर्माण, प्रायोजन आदि के बारे में भी बताएंगे।
इसके अलावा कैम्पस में सेल एक उद्यमशील संस्कृति को विकसित होते हुए भी देखेंगे। ऐसे ज्यादातर संगठनों के लिए यह एक बड़ी समस्या है कि वे छात्रों, उनके समकक्षों और अभिभावकों की जोखिम-प्रतिकूल प्रवृति को ध्यान में रख कर काम कर रहे हैं।
सी-टाइडस, आईआईटी-मद्रास के छात्र उपाध्यक्ष भरत विजयवर्गीय ने कहा, ‘हम किसी भी अवसर पर बोर्ड और ढांचा के निर्माण में नए कॉलेजों की मदद करेंगे। हम अपनी सलाह एवं विचार के जरिये उनकी मदद करेंगे और ई-सेल के निर्माण में आने वाली समस्याओं का पता लगाएंगे।’
उद्यमशीलता इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थानों की दिलचस्पी का तेजी से उभरता क्षेत्र है। कई संस्थानों ने वाधमणि फाउंडेशन-प्रवर्तित नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप नेटवर्क (एनईएन) के साथ करार किया है। एनईएन सिंफनी टेक्नोलॉजी गु्रप के संस्थापक रमेश वाधवानी द्वारा चलाया जाता है।
अब तक लगभग 500 संस्थानों ने एनईएन के साथ करार किया है। एनईएन का उद्यमशीलता कार्यक्रम हर साल लगभग 100,000 उम्मीदवारों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

First Published - March 2, 2009 | 3:54 PM IST

संबंधित पोस्ट