facebookmetapixel
बीमा क्षेत्र में 100% FDI का रास्ता होगा साफ! सरकार शीतकालीन सत्र में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी मेंCorporate Action: अगले हफ्ते मार्केट में स्प्लिट-डिविडेंड-बोनस का मिलेगा तगड़ा मिश्रण, निवेशकों की चांदीG20 में PM मोदी के बड़े सुझाव: अफ्रीका के विकास से लेकर वैश्विक पारंपरिक ज्ञान तक बड़ा एजेंडाDividend Stocks: नवंबर के आखिरी हफ्ते निवेशकों की चांदी, कई कंपनियां अपने शेयरधारकों को बांटेगी डिविडेंडUP में युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा मौका, KVIC से 21% ज्यादा नौकरियां!Car Loan Offer: सिर्फ 7.6% पर कार लोन! EMI केवल ₹10,000 के करीब; जानें कौन दे रहा है सबसे सस्ता ऑफरभारत की पहली मरीन NBFC सागरमाला फाइनेंस ने बढ़ाई कर्ज सीमा, समुद्री प्रोजेक्ट्स को ₹25,000 करोड़ की राहतSudeep Pharma IPO: सब्सक्राइब करें या नहीं? पूरा रिव्यू 3 मिनट में!Bonus Stocks: अगले हफ्ते ये दो बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेगी बोनस, पोर्टफोलियो में जुटेगें नए शेयरSIP निवेशक की गाइड: कब और कैसे करें निकासी; एक्सपर्ट से समझें

ट्रंप के टाइलेनॉल विवाद के बीच भारत के दवा निर्यात पर असर पड़ने की संभावना बेहद कम

विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका में पैरासिटामॉल की सीमित हिस्सेदारी के कारण ट्रंप विवाद का भारत के दवा निर्यात पर कोई खास असर नहीं होगा

Last Updated- September 28, 2025 | 9:59 PM IST
Drug
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

गर्भवती महिलाओं द्वारा टाइलेनॉल और अन्य संबंधित पैरासिटामॉल उत्पादों के इस्तेमाल को बच्चों में ऑटिज्म से जोड़ने वाली राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की टिप्पणी पर उठे विवाद के बीच विशेषज्ञों और उद्योग जगत के अधिकारियों का कहना है कि चूंकि भारत से अमेरिका को इस दवा का निर्यात कम है, इसलिए भारत से वहां जाने वाले दवा निर्यात पर शायद ही कोई असर पड़ेगा।

एंटोड फार्मास्युटिकल्स के मुख्य कार्य अधिकारी निखिल मसुरकर ने कहा कि अमेरिका को किए जाने वाले दवा निर्यात में भारत की पैरासिटामॉल की हिस्सेदारी एक अंक में निचले स्तर पर रहने की संभावना है और अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के हाल में दिए गए चिकित्सकीय संदेश से अमेरिका में पैरासिटामॉल की कुल मांग पर खास चोट पड़ने की आशंका नहीं है। इसलिए भारत के निर्यात पर इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा, ‘अगर कुछ होता है, तो छोटी कंपनियों पर मांग में गिरावट के बजाय खरीद और अनुपालन का दबाव बढ़ सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका की पैरासिटामॉल आपूर्ति श्रृंखलाएं एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स (एपीआई) के लिए गैर-भारतीय स्रोतों पर काफी ज्यादा निर्भर करती हैं। इनमें ऐतिहासिक रूप से चीन का बड़ा हिस्सा शामिल रहा है। इसका अर्थ यह है कि इस अकेली वस्तु में भारत के निर्यात का योगदान मामूली है।’ पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट कैनेडी जूनियर ने गर्भवती महिलाओं द्वारा सामान्य दर्द निवारक दवा टाइलेनॉल (एसिटामिनोफेन) और इसी तरह के उत्पादों के इस्तेमाल को ऑटिज्म के बढ़ते जोखिम से जोड़ते हुए विवादास्पद दावे किए थे और साथ ही चिकित्सकों को सचेत करने वाले नए नियामकीय दिशानिर्देशों का भी ऐलान किया था।

एसिटामिनोफेन और पैरासिटा मोल एक ही एक्टिव दवा होती हैं, केवल नाम के इस्तेमाल में अंतर होता है। एसिटामिनोफेन का उपयोग मुख्य रूप से अमेरिका व जापान में किया जाता है, जबकि पैरासिटामॉल दुनिया के अधिकांश हिस्सों में आम नाम है।

First Published - September 28, 2025 | 9:59 PM IST

संबंधित पोस्ट