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Adani Ports ने एस्ट्रो ऑफशोर में खरीदी 80 प्रतिशत हिस्सेदारी

Adani Ports ने 1,551 करोड़ रुपये में एस्ट्रो ऑफशोर में 80% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया

Last Updated- August 30, 2024 | 11:36 PM IST
Government is helping Adani Ports, Congress again raised the demand for JPC investigation

अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने एस्ट्रो ऑफशोर में 80 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए पक्का करार किया है। यह पूरी तरह से नकद सौदा है। इसका मूल्य 18.5 करोड़ डॉलर (लगभग 1,551 करोड़ रुपये) है। एस्ट्रो ऑफशोर अपतटीय सहायता पोत कंपनी है।

इस सौदे के लिए किसी नियामकीय मंजूरी की आवश्यकता नहीं है और यह लेनदेन एक महीने के भीतर पूरा होने की उम्मीद है, जो परिचालन शर्तों को पूरा करने पर निर्भर करेगा। एपीएसईजेड के बयान के अनुसार इस सौदे में 23.5 करोड़ डॉलर का ईवी (उद्यम मूल्यांकन) और ईवी/वित्त वर्ष 25 का अनुमानित एबिटा 4.4 गुना रहेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस सौदे से पहले साल से ही मूल्य वर्धन होने लगेगा।

एस्ट्रो ऑफशोर पश्चिम एशिया, भारत, सुदूर पूर्व एशिया और अफ्रीका में वैश्विक अपतटीय सहायता पोत (ओएसवी) परिचालक है। इसके पास 26 ओएसवी का बेड़ा है, जिसमें एंकर हैंडलिंग टग (एएचटी), फ्लैट-टॉप बार्ज, मल्टीपर्पज सपोर्ट वेसल (एमपीएसवी) और वर्कबोट शामिल हैं। कंपनी पोत प्रबंधन और पूरक सेवाएं प्रदान करती है।

एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अश्विनी गुप्ता ने कहा, ‘एस्ट्रो का अधिग्रहण दुनिया के सबसे बड़े समुद्री परिचालकों में से एक बनने के हमारी योजना का हिस्सा है। एस्ट्रो हमारे 142 टग और ड्रेजर के मौजूदा बेड़े में 26 ओएसवी जोड़ेगी, जिससे कुल संख्या 168 हो जाएगी। इस अधिग्रहण से हमें बड़े वाले ग्राहकों की प्रभावशाली सूची तक पहुंच मिलेगी जबकि अरब की खाड़ी, भारतीय उपमहाद्वीप और सुदूर पूर्व एशिया में हमारी मौजूदगी और मजबूत होगी।’

एस्ट्रो ऑफशोर के प्रबंध निदेशक मार्क हम्फ्रीज ने कहा कि यह साझेदारी कंपनी के लिए ‘एक महत्वपूर्ण मोड़’ है क्योंकि उसका इरादा अपनी भौगोलिक मौजूदगी का विस्तार करना है।

30 अप्रैल, 2024 को समाप्त हुए वर्ष के दौरान एस्ट्रो ने 9.5 करोड़ डॉलर का राजस्व और 4.1 करोड़ डॉलर का एबिटा दर्ज किया था। 30 अप्रैल 2024 तक कंपनी की शुद्ध नकदी धनात्मक थी। इसके के पास टियर-1 ग्राहक हैं, जिनमें एनएमडीसी, मैकडरमॉट, सीओओईसी, लार्सन ऐंड टुब्रो और सैपम शामिल हैं।

अदाणी पोर्ट्स का शेयर 1,482 रुपये के स्तर पर स्थिर रहा। पिछले कुछ वर्षों में अदाणी पोर्ट्स ने भारत और विदेशों में कई बंदरगाहों का अधिग्रहण किया है, जिनमें इजराइल का हाइफा पोर्ट भी शामिल है।

First Published - August 30, 2024 | 11:36 PM IST

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