जब भारतीय आईटी सेवा कंपनियां वित्त वर्ष 2025 की सितंबर तिमाही के परिणाम घोषित करेंगी तो मांग के माहौल पर प्रबंधन की टिप्पणी और आगे के अनुमानों पर सबकी नजर रहेगी। माना जा रहा है कि यह उद्योग पिछली तिमाही की तरह ही दूसरी में भी वृद्धि की ओर तेजी से बढ़ने के बजाय सुधार के रास्ते पर आगे बढ़ा है। अनुमानों के अनुसार शीर्ष चार कंपनियों के सालाना आधार पर 0 से 4 प्रतिशत के बीच वृद्धि दर्ज करने की संभावना है।
एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है, ‘दूसरी तिमाही में इस क्षेत्र के लिए आय परिदृश्य ज्यादा बदलने के आसार नहीं हैं। हालांकि मांग सुधर रही है, लेकिन यह मौजूदा अनुमानों से बेहतर नहीं है।’
ये आय रिपोर्ट अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मार्च 2020 के बाद पहली बार दरों में कटौती के बीच आई हैं। उद्योग के लिए अग्रणी माना जाने वाली कंपनी एक्सेंचर ने भी पिछले महीने अपने वित्तीय नतीजों में अपरिवर्तित वृहद परिदृश्य का संकेत दिया। हालांकि पश्चिम एशिया संकट और गहराने से भविष्य में चिंताएं बढ़ने की आशंका है।
विश्लेषकों के साथ बातचीत के दौरान एक्सेंचर की अध्यक्ष और मुख्य कार्याधिकारी जूली स्वीट ने कहा कि मांग परिवेश सतर्क बना हुआ है। उन्होंने कहा, ‘वृहद परिदृश्य भी लगभग वैसा ही है। डिस्क्रेशनरी खर्च में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है।’
इसके बजाय, कुछ क्षेत्रों में मांग में सुधार हो रहा है। यह इस उद्योग के लिए सकारात्मक हो सकता है, क्योंकि बैंकिंग एवं वित्त क्षेत्र में मंदी की वजह से इसे दबाव का सामना करना पड़ा है। पहली तिमाही के नतीजों के बाद टीसीएस और इन्फोसिस ने कहा कि बीएफएसआई क्षेत्र में सकारात्मक संकेत देखे गए हैं।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के विश्लेषकों अभिषेक पाठक और केवल भगत ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दूसरी तिमाही में राजस्व वृद्धि मजबूत रहने की संभावना है। लेकिन इससे बढ़ी हुई उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।
उनका कहना है, ‘रिकवरी धीमी रहेगी और शुरू में यह अमेरिकी बैंकिंग जैसे कुछ क्षेत्रों तक सीमित रह सकती है। इस लिहाज से जहां हमें दूसरी तिमाही में मजबूत राजस्व वृद्धि का अनुमान है, वहीं उम्मीद काफी अधिक हैं और इसलिए अल्पावधि में निराशा हो सकती है।’
टीसीएस 10 अक्टूबर को नतीजों के साथ आय सत्र की शुरुआत करेगी। उसके बाद 14 अक्टूबर को एचसीएलटेक के नतीजे जारी होंगे। इन्फोसिस और विप्रो 17 अक्टूबर को अपने आंकड़े घोषित करने वाली हैं।
वित्त वर्ष 2025 का वृद्धि अनुमान
विश्लेषकों की नजर इन्फोसिस के वित्तीय प्रदर्शन पर रहेगी। बेंगलूरु मुख्यालय वाली यह कंपनी अपना राजस्व अनुमान बढ़ा सकती है। कई लोगों को उम्मीद है कि उसका राजस्व अनुमान 50-100 आधार अंक तक बढ़ जाएगा। इन्फोसिस ने 3-4 प्रतिशत के दायरे में राजस्व वृद्धि का अनुमान जताया है।
फिलिप कैपिटल इंडिया रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हमें उम्मीद है कि इन्फोसिस पहली छमाही के मजबूत प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए अपने वित्त वर्ष 2025 के वृद्धि अनुमान को सालाना आधार पर 4-5 प्रतिशत (स्थिर मुद्रा में) बढ़ाएगी जबकि मार्जिन अनुमान सपाट रह सकता है।’
इस क्षेत्र पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का मानना है कि एचसीएल टेक वित्त वर्ष 2025 के लिए 3-5 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखेगी। साथ ही एबिटा मार्जिन 18-19 प्रतिशत पर रहेगा।
नियुक्ति योजनाएं
अन्य सकारात्मक बदलाव यह है कि एक्सेंचर ने नियुक्तियां की हैं। कंपनी ने अपनी चौथी तिमाही में करीब 24,000 लोगों को नियुक्त किया। कंपनी मुख्य तौर पर भारत में नियुक्तियां करेगी। इससे अन्य आईटी कंपनियां भी अपनी नियुक्ति योजनाओं को आगे बढ़ाने पर जोर दे सकती हैं।