कोरिया की वाहन विनिर्माता ह्युंडै मोटर ग्रुप (एचएमजी) नए मॉडलों और ह्युंडै मोटर इंडिया (एचएमआईएल) तथा किया इंडिया के जरिये नए चार्जिंग स्टेशनों के साथ भारत के इलेक्ट्रिक वाहन खंड में जोरदार तरीके से अपनी मौजूदगी करना चाह रही है। भारत के दौरे पर आए ह्युंडै मोटर ग्रुप के कार्यकारी चेयरमैन युइसुन चुंग ने कंपनियों से ये विकास लक्ष्य हासिल करने के लिए वक्त पर ग्राहकों की अपेक्षाओं से अधिक उत्पाद पेश करने का आग्रह किया।
समूह जल्द ही भारत में किया की बाजार हिस्सेदारी 6.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने की योजना बना रहा है। समूह एसयूवी में अपना नेतृत्व मजबूत करने और भारत में ईवी का अपना दायरा बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि अपनी दीर्घकालिक रणनीति के तहत ह्युंडै मोटर वर्ष 2032 तक पांच ईवी मॉडल पेश करेगी और बिक्री नेटवर्क की मजबूती का लाभ उठाते हुए वर्ष 2027 तक ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़कर 439 तक करेगी। दूसरी तरफ किया वर्ष 2025 से स्थानीय बाजार के लिए बेहतरीन छोटे ई-वाहनों का उत्पादन करेगी और फिर धीरे-धीरे विभिन्न ईवी मॉडल तथा पर्पज बिल्ट व्हीकल (पीबीवी) पेश करेगी।
इस दीर्घकालिक रणनीति को बढ़ावा देने के लिए ह्युंडै मोटर ग्रुप के कार्यकारी चेयरमैन चुंग भारत के दौरे पर हैं और उन्होंने सोमवार को हैदराबाद में ह्युंडै मोटर इंडिया इंजीनियरिंग (एचएमआईई), जो देश में ब्रांड का अनुसंधान एवं विकास केंद्र है तथा चेन्नई में वाहन संयंत्र का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों के साथ मध्य से दीर्घकालिक विकास रणनीति पर चर्चा की। मंगलवार को उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उद्योग मंत्री टीआरबी राजा से मुलाकात की।
मई में भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी एचएमआईएल ने उत्पादन की मात्रा बढ़ाने और नए ईवी मॉडल पेश करने के लिए तमिलनाडु में 10 वर्षों में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली योजना की घोषणा की थी।