यूनिलीवर को भारत में मूल्य निर्धारण में संभावित गिरावट का अनुमान है, क्योंकि उसके स्किन एवं फैब्रिक क्लींजिंग व्यवसाय काफी हद तक जिंस कीमतों पर निर्भर करते हैं।
यूनिलीवर के मुख्य वित्तीय अधिकारी ग्रीम पिटकेथली ने नतीजों की घोषणा के बाद निवेशकों को बताया, ‘भारतीय फैब्रिक क्लींजिंग एवं स्किन क्लींजिंग में हमारी कई श्रेणियां जिंस कीमतों और बाजार में स्थानीय प्रतिस्पर्धा पर निर्भर करती हैं। हमें प्रतिस्पर्धी और कारोबारी क्षमता बनाए रखने के प्रयास में मूल्य निर्धारण में बदलाव लाना होगा।’
प्रबंधन का यह भी मानना है कि भारत ने शहरी-केंद्रित वृद्धि के साथ बाजार में धीरे धीरे सुधार दर्ज किया है, जबकि शहरी कारोबार सुस्त बना हुआ है।
पिटकेथली ने कहा, ‘भारत में हमारा प्रदर्शन कीमत और बिक्री, दोनों के लिहाज प्रतिस्पर्धी बना हुआ है।’
पिछले सप्ताह, हिंदुस्तान यूनिलीवर ने दूसरी तिमाही में 2,656 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ की घोषणा की थी, जो एक साल पहले के 2,665 करोड़ रुपये से 0.3 प्रतिशत कम है। वहीं राजस्व सालाना आधार पर 3.1 प्रतिशत बढ़कर 15,364 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी प्रबंधन ने कहा कि उसने जिंस कीमतों में गिरावट के बाद पिछले 8-9 महीनों के दौरान अपनी उत्पाद कीमतें घटाई हैं।