गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस ने घोषणा की कि उनके व्यवसाय, गोदरेज टूलिंग ने रेलवे और मेट्रो रेल के लिए मशीनरी एवं प्लांट (एमएंडपी) परियोजनाओं पर सहयोग के लिए रेनमैक के साथ साझेदारी की है। इस गठबंधन के साथ, गोदरेज एंड बॉयस अब रेलवे के लिए डिजाइन से लेकर निर्माण तक की सभी बड़ी परियोजनाओं की बोली लगाने में भी सक्षम होगा। कंपनी 15 से अधिक वर्षों से भारतीय रेलवे की भागीदार रही है।
गोदरेज टूलिंग ने वर्कशॉप उपकरण विकसित करने के लिए रेनमैक के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सहयोग के जरिए यूरोप और अन्य विकसित देशों से रेल उद्योग के लिए नवीनतम तकनीक लाई जा सकेगी और इसे भारत के लिए स्वदेशी बनाया जा सकेगा। भारतीय रेल द्वारा वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों और तत्पश्चात नए वर्कशॉप्स और डिपो में निवेश करने की इसकी योजनाओं की घोषणा के साथ, गोदरेज एंड बॉयस का लक्ष्य भारतीय रेलवे को तकनीकि समाधानों का काम हासिल करना है। कंपनी अगले 5 वर्षों में इस क्षेत्र में 20-30 फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की उम्मीद करती है।
गोदरेज टूलिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड पंकज अभ्यंकर ने कहा कि वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों को पेश करने की भारत की प्रतिबद्धता के साथ, हमें पूरे राष्ट्र में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने में योगदान देने हेतु रेनमैक के साथ साझेदारी की है। अपनी सामूहिक ताकत का उपयोग करके और यूरोप एवं जापान से वैश्विक प्रौद्योगिकी को एक साथ पेश करके, हमारा लक्ष्य उत्पादों के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देना है और आधुनिक प्रौद्योगिकियों में प्रमुख एम एंड पी निवेशों के लिए टर्नकी समाधान पेश करना है। इस सहयोग से रखरखाव के दौरान रेलवे और मेट्रो कोच की गति, गुणवत्ता एवं सुरक्षा को बेहतर बनाने में सहायता मिलेगी। हम भारतीय रेलवे और मेट्रो रेल के लिए कई महत्वपूर्ण सार्वजनिक परियोजनाओं पर रेनमैक के साथ दीर्घकालिक और उपयोगी सहयोग की उम्मीद करते हैं।
गोदरेज टूलिंग और रेनमैक की दस साल की मजबूत साझेदारी होगी। यह गठबंधन डिपो उपकरण विकसित करके मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल में योगदान देगा, जो आयात विकल्प है। गोदरेज टूलिंग रेलवे वर्कशॉप और मेट्रो डिपो के लिए जिग्स और फिक्स्चर, ऑटोमेशन सॉल्यूशंस और वर्कशॉप उपकरण की आपूर्ति करता है।