गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड (जीपीएल) का शेयर 52 सप्ताह के नए शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है। दमदार बुकिंग (प्री-सेल्स), पोर्टफोलियो के विस्तार और वित्त वर्ष 24 में भी इसकी यह वृद्धि जारी रहने की उम्मीदों के कारण शेयर में मजबूती आई है।
रियल एस्टेट क्षेत्र की इस कंपनी ने वर्ष 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही (वित्त वर्ष की चौथी तिमाही) में 4,000 करोड़ रुपये के स्तर पर अपनी अधिकतम बिक्री बुकिंग दर्ज की थी, जो पिछले साल और पिछली तिमाही के आधार पर 25 प्रतिशत अधिक है।
रिकॉर्ड बुकिंग वाली यह लगातार दूसरी ऐसी तिमाही थी, जिसमें कई परियोजनाओं से ऑर्डर मिले और बुकिंग में किसी भी परियोजना का योगदान 10 प्रतिशत से अधिक नहीं रहा। इस रिकॉर्ड बिक्री को इस तिमाही में 76 लाख वर्ग फुट (एमएसएफ) की पेशकश से सहायता मिली, जिसने वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही की बिक्री में 60 प्रतिशत का योगदान किया था। पिछले साल की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक रहने वाली 53 लाख वर्ग फुट की बिक्री की मदद से कंपनी ने वित्त वर्ष 23 का समापन कुल 1.48 करोड़ वर्ग फुट के साथ किया।
वित्त वर्ष 23 में कंपनी ने 10,000 करोड़ रुपये का अपना अनुमान पार कर लिया और 12,230 करोड़ रुपये की बुकिंग के साथ यह साल खत्म किया, जो वर्ष 2021-22 की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक रही।
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) के लिए प्री-सेल बिक्री वृद्धि का अनुमान पिछले साल के मुकाबले सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़ाकर लगभग 14,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है।
जेफरीज रिसर्च को उम्मीद है कि दो करोड़ वर्ग फुट पेशकश की पाइपलाइन और 1.2 करोड़ वर्ग फुट के बिना बिक्री वाले स्टॉक को देखते हुए वह वित्त वर्ष 24 का लक्ष्य हासिल कर लेगी।
हालांकि इसने कारोबार विकास के अपने प्रयासों को बढ़ा दिया है, लेकिन शुद्ध ऋण/इक्विटी अनुपात नियंत्रण में बना हुआ है। जीपीएल ने जमीन और मंजूरी के संबंध में 1,970 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। तिमाही के दौरान शुद्ध ऋण बढ़कर 3,600 करोड़ हो गया।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के प्रीतेश शेठ और सौरभ गिल्डा का कहना है कि हालांकि जीपीएल आंतरिक संसाधनों के जरिये नई परियोजनाओं अधिग्रहण के लिए रकम जुटाने के संबंध में सकारात्मक बनी हुई है, लेकिन इसके पास ऋण के संबंध में भी काफी गुंजाइश है क्योंकि मौजूदा गियरिंग रेशो 0.5 गुना से लेकर एक गुना तक के लक्ष्य से कम है।
मई में कंपनी के निदेशक मंडल ने 2,000 करोड़ तक की रकम जुटाने को मंजूरी दी है। ब्रोकरेज ने ‘खरीदें’ रेटिंग दी है और उसका मानना है कि डिलिवरी और लाभ में अपेक्षित सुधार से शेयर की रेटिंग और बढ़ सकती है।
परिचालनगत मजबूत नकदी प्रवाह कंपनी के मामले में सकारात्मक बात है। वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के दौरान संग्रह पिछले साल की तुलना में 49 प्रतिशत बढ़कर 4,300 करोड़ हो चुका है। जीपीएल ने वित्त वर्ष 24 के लिए ग्राहक से जुटाई जानी वाली रकम 12 प्रतिशत बढ़ाकर 10,000 करोड़ करने का लक्ष्य रखा है।