गोदरेज ग्रुप की होल्डिंग कंपनी गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने मंगलवार को घरेलू ऋण बाजार से 1,000 करोड़ रुपये जुटाए। यह रकम नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) के जरिए दो हिस्सों में जुटाई गई है। कंपनी ने 3.5 साल की अवधि वाले डिबेंचर्स पर 8.1% ब्याज दर पर 500 करोड़ रुपये जुटाए। इसके अलावा, 5 साल की अवधि वाले डिबेंचर्स पर 8.15% ब्याज दर पर 500 करोड़ रुपये जुटाए।
दोनों एनसीडी के लिए 250 करोड़ रुपये का बेस साइज और 250 करोड़ रुपये का ग्रीन शू ऑप्शन रखा गया था। इन डिबेंचर्स को CRISIL और ICRA जैसी घरेलू रेटिंग एजेंसियों ने AA+ रेटिंग दी है। कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल अपनी जरूरतों को पूरा करने और वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए करेगी। यह कदम गोदरेज इंडस्ट्रीज के लिए काफी अहम माना जा रहा है।
सूचना ज्ञापन के अनुसार, अगर एनसीडी की क्रेडिट रेटिंग में गिरावट आती है, तो ब्याज दर (कूपन) हर डिग्री की गिरावट पर 25 बेसिस पॉइंट्स (bps) बढ़ जाएगी। अगर रेटिंग फिर से AA+ पर वापस आती है, तो ब्याज दर भी पहले की तरह हो जाएगी।
इस एनसीडी इश्यू को AK कैपिटल सर्विसेज ने मैनेज किया, जबकि कैटलिस्ट ट्रस्टीशिप को डिबेंचर ट्रस्टी नियुक्त किया गया।
गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है, जो गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड, और गोदरेज प्रॉपर्टीज में हिस्सेदारी रखती है। यह कंपनी भारत की लीडिंग ओलियोकेमिकल्स निर्माता है, जो 100 से अधिक केमिकल्स का उत्पादन करती है, जिनका उपयोग 24 से अधिक उद्योगों में होता है। इसके अलावा, कंपनी खाद्य तेल, वनस्पति घी, और बेकरी फैट्स का भी निर्माण करती है।