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नौकरियां बढ़ाएगी Foxconn, FDI का आंकड़ा दोगुना करने का लक्ष्य

विश्लेषकों का अनुमान है कि प्रमुख आईफोन एसेंबलर के रूप में फॉक्सकॉन ने भारत में करीब 4 अरब डॉलर मूल्य के फोन की एसेंबलिंग की है।

Last Updated- September 18, 2023 | 11:21 PM IST
भारत में कारोबार 10 अरब डॉलर के पार, अब तक 1.4 अरब डॉलर का निवेश Foxconn Investment: Business in India crosses 10 billion dollars, investment of 1.4 billion dollars so far

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन के अवसर पर एक लिंक्डइन पोस्ट में बधाई देते हुए फॉक्सकॉन इंडिया के अ​धिकारी वी ली ने अगले जन्मदिन तक भारत में कंपनी का रोजगार, एफडीआई और व्यवसाय दोगुना करने का वायदा किया। भले ही कंपनी द्वारा व्यावसायिक राजस्व दोगुना करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन अन्य दो लक्ष्यों को हासिल करना संभव है।

विश्लेषकों को हाल में दी जानकारी में फॉक्सकॉन ने बताया कि उसका भारतीय व्यवसाय 10 अरब डॉलर को पार कर चुका है। भारत में दो प्रमुख कंपनियों हॉन हई प्रेसीजन और भारत एफआईएच के जरिये यह समूह परिचालन करता है। हॉन हई प्रेसीजन विशेष तौर पर ऐपल के लिए फोन तैयार करती है, वहीं भारत एफआईएच गैर-ऐपल कंपनियों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाती है।

विश्लेषकों का अनुमान है कि प्रमुख आईफोन एसेंबलर के रूप में फॉक्सकॉन ने भारत में करीब 4 अरब डॉलर मूल्य के फोन की एसेंबलिंग की है। एसऐंडपी ग्लोबल का अनुमान है कि समूह का निर्यात वित्त वर्ष 2023 में 2.07 अरब डॉलर रहेगा, जो मुख्य तौर पर आईफोन से जुड़ा होगा।

ऐपल के विक्रेताओं में पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन भी शामिल हैं। पिछले वित्त वर्ष में उन्होंने भारत में पीएलआई योजना के तहत 7 अरब डॉलर मूल्य के फोन तैयार किए। वित्त वर्ष 2024 में, पीएलआई योजना के तहत तीन विक्रेताओं द्वारा संयुक्त रूप से अ​धिकतम प्रतिबद्धता 9.1 अरब डॉलर है, जिसमें प्रत्येक विक्रेता कंपनी 25,000 करोड़ रुपये मूल्य के फोन बना सकती हैं।

उद्योग की एक रिपोर्ट के आधार पर अन्य कंपनी भारत ईआईएच ने वित्त वर्ष 2022 में अनुमान जताया था कि उसकी 20 अरब डॉलर के भारतीय ईएमएस बाजार में 12.4 प्रतिशत भागीदारी (ऐपल से जुड़ी भागीदारी को छोड़कर) या 2.48 अरब डॉलर का राजस्व है।

लेकिन कंपनी को चुनौतीपूर्ण समय से गुजरना पड़ा है, क्योंकि श्याओमी समेत कई बड़ी मोबाइल फोन कंपनियां अपनी क्षमता अन्य कंपनियों के हाथों गंवा रही हैं। वी ली का मानना है कि राजस्व में कई गुना वृद्धि भी कंपनी को राजस्व लक्ष्य तक पहुंचाने में पूरी तरह सक्षम नहीं हो सकती है।

फॉक्सकॉन का मानना है कि ईएमएस बाजार तेजी के दौर से गुजर रहा है। जहां वित्त वर्ष 2022 में यह 20 अरब डॉलर पर था, वहीं वित्त वर्ष 2026 में 80 अरब डॉलर पर पहुंच जाने का अनुमान है और यह समूह के लिए एक बड़ी सफलता होगी। हालांकि यह इस पर निर्भर करेगा कि वह नई परियोजनाएं कब तक शुरू करने में सक्षम हो पाएगी।

उदाहरण के लिए, आईफोन क्षमता के विस्तार के अलावा, फॉक्सकॉन ने ऐपल और अन्य ब्रांडों के लिए पुर्जे बनाने के लिए दो संयंत्र लगाने की तैयारी की है। इसके अलावा कंपनी ने एक इलेक्ट्रिक वाहन संयंत्र और दो फैब्रिकेशन संयंत्र भी लगाने की योजना बनाई है।

यदि इन सभी परियोजनाओं का क्रियान्वयन सफलतापूर्वक होता है तो फॉक्सकॉन 2 अरब डॉलर निवेश के लक्ष्य को आसानी से पार कर सकती है। कंपनी ने भारत में 2 अरब डॉलर निवेश करने का लक्ष्य रखा है। फॉक्सकॉन को इन परियोजनाओं के लिए ज्यादा श्रमिकों की जरूरत होगी। मौजूदा समय में उसके साथ ऐपल आईफोन संयंत्र में करीब 40,000 और भारत एफआईएच में करीब 25,000 कर्मचारी काम करते हैं।

First Published - September 18, 2023 | 10:16 PM IST

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