केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) प्लेटफॉर्म पर पांच लाख सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों को शामिल करने के लिए एक पहल की शुरुआत की है।
एमएसएमई टीम नामक इस पहल में सरकार ऑनबोर्डिंग, कैटलॉगिंग, खाता प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स, पैकेजिंग सामग्री और डिजाइन आदि के लिए आर्थिक मदद देगी। एमएसएमई मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, ‘इन लाभार्थियों में आधी हिस्सेदारी महिला के स्वामित्व वाले उद्यमों की होगी।’
अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में मांझी ने कहा कि एमएसएमई आत्मनिर्भर और विकसित भारत के आंदोलन की दिशा में एक प्रमुख ताकत होगी। मांझी ने कहा कि उन छह स्तंभों की भी पहचान कर ली गई है जिन्हें उनका मंत्रालय प्राथमिकता देगा।
इन स्तंभों में नियमनिष्ठ और ऋण तक पहुंच, बाजारों तक पहुंच एवं ई-कॉमर्स को अपनाना, आधुनिक प्रौद्योगिकी के जिये उत्पादकता में वृद्धि, सेवा क्षेत्र में उन्नत कौशल स्तर एवं डिजिटलीकरण, खादी ग्राम और कॉयर उद्योग के वैश्विकरण के लिए समर्थन तथा उद्यम सृजन के जरिये महिलाओं और कारीगरों का सशक्तीकरण शामिल है। मंत्री ने महिलाओं के स्वामित्व वाले अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यमों को औपचारिक बनाने के उद्देश्य से यशस्विनी अभियान शुरू किया।