बुनियादी चीजों पर लौटने से कई स्टार्टअप कंपनियों को मजबूत कारोबार के साथ फंडिंग की कमी के दौर से उभरने में मदद मिली है और उनके पास लाभ दर्ज करने की साफ राह है। पुणे स्थित इलास्टिकरन भी इसी तरह ध्यान केंद्रित करने की मिसाल है क्योंकि अब इसकी नजर अक्टूबर 2024 के अंत तक परिचालन लाभ दर्ज करने पर है।
इलास्टिकरन के सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी संदीप देशमुख ने कहा ‘हम परिचालन लाभ हासिल करने के करीब हैं। हमें अक्टूबर 2024 के आखिर तक ऐसा होता दिख रहा है। क्षेत्रीय ब्रांडों पर अपना ध्यान केंद्रित करने की वजह से ऐसा हो रहा है।’
सॉफ्टबैंक और प्रोसस वेंचर के निवेश वाली इलास्टिकरन ग्रामीण क्षेत्रों में फएमसीजी उत्पादों का वितरण करती है। इसने पिछले दो साल में अपने कारोबार में कई बदलाव किए हैं, जिसका मतलब उन श्रेणियों को बंद करना या उनसे दूरी बनाना भी है, जो कुशलता से नहीं चल रही थीं।
मसलन बिजनेस टु बिजनेस ई-कॉमर्स क्षेत्र की कंपनी ने क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ काम करने पर ध्यान केंद्रित किया है क्योंकि वे बेहतर मार्जिन देते हैं और मार्केटिंग में इन ब्रांडों के साथ साझेदारी करने की भी अनुमति प्रदान करते हैं। देशमुख ने कहा, ‘क्षेत्रीय ब्रांड राष्ट्रीय ब्रांडों की तुलना में बेहतर मार्जिन प्रदान करते हैं। कुछ मामलों में तो यह 14 प्रतिशत से भी ऊपर जा सकता है।’
क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हुए कंपनी ने यह अनुभव किया है कि हालांकि इन ब्रांडों के पास अच्छे उत्पाद हैं, लेकिन उनके पास वितरण की कोई ताकत नहीं है।