दस में से आठ से भी ज्यादा (86 फीसदी) वरिष्ठ कारोबारी प्रमुखों ने राजस्व के मौजूदा मार्गों में इजाफा करने या नए रास्ते बनाने के लिए पहले ही आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) को अपना चुके हैं। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की नवीनतम रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
एआई इस्तेमाल की स्थिति और कारोबारों पर इसके असर के संबंध में व्यापक रिपोर्ट – ‘टीसीएस एआई फॉर बिजनेस स्टडी’ में यह भी पता चला है कि 69 फीसदी कारोबार उत्पादकता में सुधार और किफायती लागत की तुलना में नवोन्मेष को बढ़ावा देने और राजस्व बढ़ाने के लिए एआई का इस्तेमाल करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करते हैं।
सामान्य रूप में अधिकारी एआई के प्रभाव के संबंध में सकारात्मक हैं और 57 फीसदी अधिकारियों ने कारोबारों पर एआई के संभावित प्रभाव के बारे में उत्साह या आशा जताई है।
टीसीएस थॉट लीडरशिप इंस्टीट्यूट ने 12 उद्योगों और 24 देशों में पीऐंडएल की जिम्मेदारी वाले लगभग 1,300 मुख्य कार्य अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का सर्वेक्षण किया। करीब आधी कंपनियों का वार्षिक राजस्व एक अरब डॉलर से पांच अरब डॉलर के बीच था और बाकी आधी कंपनियों का राजस्व पांच अरब डॉलर से अधिक था।
टीसीएस का वैश्विक एआई अध्ययन
*अधिकारियों का मानना है कि इंटरनेट (54%) और स्मार्टफोन (59%) से अधिक या उसके बराबर रहेगा एआई का प्रभाव कंपनियां सर्वाधिक संपूर्ण एआई परियोजनाओं – वित्त/नियंत्रक (29 फीसदी पूर्णता दर), एचआर (28 फीसदी पूर्णता दर), विपणन (28 प्रफीसदी पूर्णता दर) के साथ काम कर रही हैं।
*65 फीसदी वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उनका प्रतिस्पर्धी लाभ अब भी मानव कौशल से मिलेगा। यह लाभ उनकी रचनात्मकता, अंतर्ज्ञान और एआई की वृद्धि तथा सहायता क्षमताओं द्वारा प्राप्त रणनीतिक सोच से मिलेगा।
*40 फीसदी अधिकारियों का कहना है कि एआई का पूरा लाभ उठाने से पहले भविष्य में उन्हें अपने कारोबार में काफी सारे बदलाव करने होंगे।
*55 फीसदी अधिकारियों ने कहा कि एआई के संभावित लाभों और जोखिमों की वजह से वे फिलहाल अपने कारोबार या परिचालन मॉडल अथवा अपने उत्पादों और सेवाओं में सक्रिय रूप से बदलाव कर रहे हैं।
*81 फीसदी अधिकारियों ने वैश्विक एआई मानकों और विनियमों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला