फ्रांस टेलीकॉम की दूरसंचार सेवाएं मुहैया करवाने वाली सहायक कंपनी ऑरेंज बिजनेस सर्विसेज को भारतीय दूरसंचार विभाग (डीओटी) से आशय पत्र प्राप्त हुआ है।
जिसके तहत कंपनी को भारत में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय लंबी दूरी के नेटवर्क की सुविधा देने की अनुमति मिल गई है। फिलहाल कंपनी देश में भरती-एयरटेल, बीएसएनएल और रिलायंस के साथ मिलकर उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं दे रही थी, लेकिन अब कंपनी एक ही छत के नीचे यह सभी सुविधाएं दे सकेगी।
ऑरेंज कारोबारी सेवाएं, भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय विज का कहना है, ‘इससे हमारे भागीदारों के बीच प्रतिस्पर्धा की स्थिति पैदा नहीं होगी, बल्कि इससे हमारे सह-संबंधों में और मजबूती आएगी, बाजार इतना बड़ा है कि सभी कंपनियों को अपने में समा सके।’
उनका कहना है कि इस उपक्रम के जरिये हमारा ध्यान वैश्विक बाजार पर अधिक है न कि बेहतर तंत्र वाले घरेलू बाजार पर। इससे हमारे अन्य भागीदारों को हमारे अंतरराष्ट्रीय कारोबार का मुनाफा होगा, जबकि हम उनकी घरेलू बाजार में मौजूदगी का लाभ ले सकेंगे।
कंपनी के ग्राहक जिनमें कई भारतीय और बहु-राष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं, अब वे कंपनियां फ्रांस टेलीकॉम के नेटवर्क की तकनीकों जैसे कि असिक्रॉनस ट्रांसफर मोड (एटीएम), फ्रेम रीले (एफआर) और मल्टी-प्रोटोकॉल लेबल स्विचिंग (एमपीएलएस) आईपी वीपीएन के विस्तार कर सकेंगी।
ऑरेंज बिजनेस सर्विसेज ने एमरी टेक्नोलॉजीस के साथ एक संयुक्त उपक्रम पर हस्ताक्षर किए हैं। एमरी टेक्नोलॉजीस के प्रमोटर दीपक पुरी (मोजरबेयर इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक) हैं। इस उपक्रम के लिए एक नई कंपनी इक्वेंट नेटवर्क सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड बनाई गई है, जिसमें एमरी टेक्नोलॉजीस की भागीदारी 26 प्रतिशत रहेगी।
विज ने कहा, ‘नियमों के अनुसार स्थानीय कंपनी का कम से कम 26 प्रतिशत हिस्सा होना अनिवार्य है। दीपक पुरी पहले से ही स्थापित हैं और उद्योग जगत में जाना-माना नाम भी है, उनके साथ काम करने से हमें अपने ब्रांड को मजबूत करने में मदद ही मिलेगी।’
कंपनी ने इसमें अपने निवेश और अनुमानित आय के बारे में कोई खुलासा नहीं किया, विज का कहना है, ‘हम पहले चरण में अपनी बुनियाद मजबूत करेंगे। जीटीएल में किए निवेश और लाइसेंसिंग प्रक्रिया से हमारे कारोबार में वृध्दि होगी।’