एमेजॉन के हॉलमार्क सोने के आभूषणों की श्रेणी में सालाना 84 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है और 27 सितंबर को शुरू हुए एमेजॉन ग्रेट इंडियन फेस्टिवल की सेल इवेंट की शुरुआत के पहले दो दिन में ही इसकी मांग में 5 गुने से अधिक तेजी रही है। इस सेल के दौरान मलाबार गोल्ड ऐंड डायमंड्स, पीएन गाडगिल ज्वैलर्स, जोयालुक्कास, पीसी चंद्रा और किसना जैसे ब्रांडों की मांग में तेजी देखी गई है।
मौजूदा रुझान के मुताबिक ग्राहक 2,000 रुपये की चांदी की ज्वैलरी से लेकर 40,000 रुपये तक के सोने और हीरे की ज्वैलरी खरीदते हैं। पिछले एक वर्ष में एमेजॉन के ग्राहकों ने 14 कैरट की शुद्धता का विकल्प चुना है और रोजमर्रा पहने जाने वाले इन आभूषणों का कारोबार साल दर साल 2.5 गुना की दर से बढ़ रहा है। एमेजॉन ने 14,000 की ज्वैलरी के अलावा 18,000 की ज्वैलरी में तेज बढ़ोतरी देखी है और इसमें सालाना 75 फीसदी की वृदि्ध रही।
वैश्विक रुझान के अनुरूप ही एमेजॉन ने प्रयोगशाला में तैयार किए गए हीरे के कई ब्रांडों की पेशकश ग्राहकों के सामने की है। कंपनी का कहना है कि एमेजॉन पहला और एकमात्र ऑनलाइन मंच है जहां इसकी पेशकश की जा रही है। इस त्योहारी सीजन में ग्राहक सोने और चांदी के गहने के साथ ही लैब में बनाए गए हीरे भी खरीद सकेंगे जिनकी शुरुआती कीमत 2,500 रुपये है और इसमें 50,000 से अधिक डिजाइन में से चुनने का विकल्प मिलेगा।
एमेजॉन इंडिया फैशन ऐंड ब्यूटी की निदेशक जेबा खान का कहना है, ‘इस त्योहारी सीजन में ग्राहकों की पसंद में परंपरा और आधुनिकता का मेल शामिल है और सोने, लैब में बने हीरे सहित अन्य हीरे के आभूषणों की मांग में पांच गुना बढ़ोतरी देखी जा रही है।’
एमेजॉन का कहना है कि ग्राहक, अक्षय तृतीया और धनतेरस जैसे मौके पर सोने और चांदी के सिक्के की खरीदारी के लिए एमेजॉन को तरजीह दे रहे हैं। यह मंच ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक विभिन्न कीमतों और वजन वाले सोने के सिक्के का विकल्प दे रहा है। एमेजॉन ने चांदी, सोना और हीरे की ज्वैलरी के करीब 5 लाख स्टाइल की पेशकश की है। पिछले एक वर्ष में कंपनी इस श्रेणी से संबंधित कई ब्रांड लॉन्च किए हैं। ग्राहकों ने अंगूठी (सालाना 2 गुना तेजी), गले के आभूषणों (सालाना 1.5 गुना की तेजी) और कान के आभूषणों (सालाना 1.3 गुना की तेजी) में तेजी देखी।
वर्ष 2021 में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा कराए गए अध्ययन के मुताबिक भारत में बिकने वाले 45 प्रतिशत सोने के गहने रोजमर्रा पहने जाने वाली श्रेणी में शामिल हैं और इनकी औसत कीमत 5,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच है।
इसके अलावा इस श्रेणी में ब्राइडल वियर की हिस्सेदारी 55 फीसदी है। रोजमर्रा पहने जाने वाली ज्वैलरी को 18 वर्ष से 35 वर्ष तक की लड़कियां और महिलाएं (67 भारतीय महिलाएं) पसंद करती हैं। इस ग्राहक वर्ग में से लगभग 53 फीसदी का दावा है कि उन्होंने पिछले 12 महीने में से कम से कम एक बार ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदी है।
एमेजॉन की खान का कहना है कि स्मार्टवॉच की बिक्री में भी 10 गुना तेजी और प्रीमियम घड़ियों में 6 गुना तेजी आई है और इससे अंदाजा मिलता है कि प्रीमियम लाइफस्टाइल वाले सामान में अच्छी दिलचस्पी देखी जा रही है। वहीं दूसरी ओर पुरुषों के स्नीकर्स में 7 गुना तक की वृद्धि हुई और पारंपरिक परिधानों की मांग में 7.5 गुना बढ़ोतरी रही।
ट्रॉली सेट की मांग में भी 23 गुना की तेजी देखी गई और लगेज में 6.5 गुना की बढ़त रही। सौंदर्य प्रसाधन सेगमेंट की लक्जरी श्रेणी में भी 4 गुना की तेजी देखी गई और इसमें भी इत्र, परफ्यूम की मांग सबसे ज्यादा है।
खान का कहना है, ‘इन रुझानों से अंदाजा मिलता है कि ग्राहकों में प्रीमियम और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के लिए काफी दिलचस्पी बढ़ रही है। दशहरा और धनतेरस के करीब होने के साथ ही हमें इसमें और तेजी आने की उम्मीद है।’