अदाणी समूह की कंपनी अदाणी डिफेंस ऐंड एयरोस्पेस ने हैदराबाद की एमटीएआर टेक्नॉलजीज लिमिटेड के साथ समझौता किया है। एमटीएआर टेक्नोलॉजीज रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों के लिए कम्पोनेंट की आपूर्तिकर्ता है।
सूत्रों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कंपनी भारत के पहले स्टील्थ फाइटर जेट एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) का प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये के अनुबंध हेतु प्रतिस्पर्धा कर रही है।
इस कंसोर्टियम की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। अदाणी समूह ने इस मामले पर टिप्पणी से इनकार कर दिया है। एमटीएआर टेक्नॉलजीज एक प्रेसिजन इंजीनियरिंग कंपनी है जो स्वच्छ ऊर्जा, परमाणु, अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्रों के लिए अधिक सटीकता वाले घटक और महत्त्वपूर्ण असेंबली का डिजाइन और निर्माण करती है।
उसके प्रमुख ग्राहकों में भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) शामिल हैं। एमटीएआर ने इसरो के चंद्रयान-2 और मंगलयान मिशन के लिए प्रोपलसन और इलेक्ट्रो-न्यूमेटिक सब सिस्टम की आपूर्ति की है और डीआरडीओ के लिए कॉम्पलेक्स असेंबलीज का निर्माण किया है, जिनमें अग्नि सीरीज की मिसाइलों में इस्तेमाल असेंबली भी शामिल हैं।
पिछले महीने, सात दावेदारों ने एएमसीए की डिजाइन एजेंसी- एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा जून में जारी रुचि पत्र (ईओआई) पर प्रतिक्रिया दी थी। इसमें स्टील्थ जेट का प्रोटोटाइप विकसित करने और उसके परीक्षण व प्रमाणन में सहयोग करने में सक्षम भारतीय कंपनियों को शॉर्टलिस्ट करने की बात कही गई थी। अभिरुचि पत्र पर प्रतिक्रिया देने की अंतिम तारीख 30 सितंबर थी।
अन्य प्रमुख दावेदारों में एचएएल, भारत फोर्ज, टाटा समूह की एयरोस्पेस एवं रक्षा इकाई टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) और लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) शामिल हैं।