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ब्रुकफील्ड का भारत में ऑफिस स्पेस पोर्टफोलियो दोगुना करने का लक्ष्य, GCC से बढ़ेगी मांग

कंपनियों के लिए आउटसोर्सिंग की जरूरत बुनियादी है। वैश्विक कंपनियों के पास भारत आने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। भारत प्रतिभाओं का भंडार है।

Last Updated- August 12, 2025 | 11:08 PM IST
Alok Aggarwal
ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) के मुख्य कार्य अ​धिकारी और भारतीय रीट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल

भारत में ऑफिस स्पेस के सबसे बड़े मालिकों-परिचालकों में से एक ब्रुकफील्ड को भरोसा है कि उसका मौजूदा पोर्टफोलियो दोगुना हो जाएगा। इसका मूल्य अभी 12 अरब अमेरिकी डॉलर है। ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) के मुख्य कार्य अ​धिकारी और भारतीय रीट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने प्राची पिसाल को बताया कि कंपनी का लक्ष्य भारत में वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) से पैदा होने वाली मांग का लाभ उठाना है। प्रमुख अंश:

मौजूदा वै​श्विक उथल-पुथल और भारत के वा​णि​ज्यिक रियल एस्टेट पर इसके असर के बारे में आपका क्या कहना है?

कंपनियों के लिए आउटसोर्सिंग की जरूरत बुनियादी है। वैश्विक कंपनियों के पास भारत आने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। भारत प्रतिभाओं का भंडार है। पिछले दो साल में भारत में कुल कार्यालय खपत लगभग 9 करोड़ वर्ग फुट रही है। कुछ कंपनियों ने अपने फैसले टाल दिए हैं। लेकिन कुल मिलाकर, स्थिति बहुत मजबूत है। वैश्विक कंपनियों के लिए भारत के लिए रणनीति बनाना बेहद जरूरी है। जिन कंपनियों के पास भारत के लिए कोई रणनीति नहीं है, उनके बोर्ड उन पर सवाल उठा रहे हैं।

जीसीसी से कार्यालय मांग किस तरह से बढ़ रही है?

भारत में 35-40 फीसदी ऑफिस स्पेस जीसीसी के पास है। भारत में जीसीसी स्थापित करने का खर्च अमेरिका या पश्चिमी यूरोप में होने वाली लागत का केवल 10 से 15 प्रतिशत है। भारत में जीसीसी की मांग को प्रतिभा से फायदा होने से भी समर्थन मिलता है। भारत में 1,800 तक जीसीसी हैं और अगले 5-7 वर्षों में इनके 3,000 तक पहुंचने की उम्मीद है।

क्या आप ब्रुकफील्ड प्रॉपर्टीज के मौजूदा पोर्टफोलियो और विस्तार योजनाओं के बारे में कुछ बता सकते हैं?

हमारी उपस्थिति नौ शहरों में है। हमने 2015 में 80 लाख वर्ग फुट के पोर्टफोलियो से शुरुआत की थी। आज यह 6 करोड़ वर्ग फुट हो गया है। हम भारत में ऑफिस स्पेस के सबसे बड़े मालिक और परिचालकों में से एक हैं। पिछले 10 साल में हमारी एयूएम 1 अरब डॉलर से बढ़कर 12 अरब डॉलर हो गई हैं। उम्मीद है कि हम वृद्धि की यह रफ्तार बरकरार रख सकेंगे। अगर हम अगले पांच से सात वर्षों में इसे दोगुनी नहीं कर पाते तो मुझे निराशा होगी। वैसे हमारे कोई लक्ष्य नहीं है। लेकिन हम हमेशा किसी भी अवसर के लिए तैयार रहते हैं। जब भी अवसर आएगा हम निवेश करते रहेंगे।

ब्रुकफील्ड की अपने को-वर्किंग प्लेटफॉर्म ‘कोवर्क्स’ के लिए क्या योजनाएं हैं?

कोवर्क्स के ब्रुकफील्ड और अन्य थर्ड-पार्टी संपत्तियों में लगभग 40 केंद्र और 25,000 सीटें हैं। हम जल्द 8,000 और सीटें जोड़ने की योजना बना रहे हैं। कोवर्क्स के लिए हम जो वृद्धि देख रहे हैं, वह हमारे अनुमानों को चौंका सकती है, क्योंकि हम कुछ नए सौदों की उम्मीद कर रहे हैं।

ब्रुकफील्ड रीट का मौजूदा पोर्टफोलियो कुल लीज योग्य एरिया का करीब 2.9 करोड़ वर्ग फुट है। विस्तार की योजनाएं क्या हैं?

अगले चार-पांच साल में अगर हमारा रीट पोर्टफोलियो दोगुना नहीं हुआ तो हमें निराशा होगी। दक्षिण भारत में, बेंगलूरु, चेन्नई और पुणे में प्रायोजक समूह के पास 1.5 करोड़ वर्ग फुट का पोर्टफोलियो है। हम इस बारे में प्रायोजक समूह से बात करेंगे। अगर हम इसे हासिल कर पाते हैं तो बहुत खुशी होगी। समय आएगा जब तीसरे पक्ष की संपत्तियों पर भी विचार करेंगे।

First Published - August 12, 2025 | 11:00 PM IST

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