अगले कुछ महीनों में एयर इंडिया (Air India) बेहतर टिकट मूल्य निर्धारण प्रणाली या राजस्व प्रबंधन (RM) प्रणाली लाएगी ताकि यह दुनिया की अन्य बड़ी विमानन कंपनियों की बराबरी कर सके। विमानन कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन (Air India CEO) ने शुक्रवार को बताया कि कंपनी का यह मुनाफा कमाने के लिए है।
फिलहाल एयर इंडिया सेगमेंट आधारित आरएम पर काम करती है जो यात्री के प्रत्येक चरण की मांग के आधार पर टिकट की कीमत निर्धारित करती है। वहीं, दूसरी ओर नेटवर्क आधारित आरएम किसी भी यात्री की पूरी यात्रा को ध्यान में रखते हुए मांग का पूर्वानुमान लगाकर टिकटों की कीमत कम करती है।
उदाहरण के लिए, अगर किन्हीं यात्री को न्यूयॉर्क से दिल्ली होते हुए लखनऊ जाना है तो नेटवर्क आधारित आरएम मांग का पूर्वानुमान करेगा पूरी यात्रा (न्यूयॉर्क से दिल्ली और फिर दिल्ली से लखनऊ) को ध्यान में रखकर टिकट की कीमतें कम करेगा। इसलिए, नेटवर्क आधारित आरएम का इस्तेमाल दुनिया की तमाम बड़ी विमानन कंपनियां करती हैं क्योंकि यह उनके हब ऐंड स्पोक मॉडल के अनुरूप है।
कंपनी ने अभी तक वित्त वर्ष 2022-23 के नतीजे घोषित नहीं किए
विल्सन ने अपने कर्मचारियों को एक संदेश भेजा है जिसे बिज़नेस स्टैंडर्ड ने भी देखा है। इस संदेश में लिखा है, ‘अल्टे आरएम प्रणाली को सफलतापूर्वक हटाने के लिए हमारे आरएम और आईटी के सहयोगियों को तहे दिल से बधाई। इस कदम से हमें मुनाफा कमाने में काफी मदद मिलेगी।’
एयर इंडिया को पिछले साल जनवरी में टाटा समूह को सौंप दिया गया था। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 7,000 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया। विमानन कंपनी ने अभी तक वित्त वर्ष 2022-23 के अपने नतीजे घोषित नहीं किए हैं।