बिक्री में कमी और कमजोर ढुलाई की वजह से दिसंबर तिमाही में आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) का एबिटा सालाना आधार पर 62.75 प्रतिशत घटकर 16.2 करोड़ डॉलर रह गया।
आर्सेलर मित्तल और निप्पॉन स्टील के बीच इस संयुक्त उपक्रम के लिए एक साल पहले की अवधि में, एबिटा 43.5 करोड़ डॉलर पर था।
तिमाही आधार पर एबिटा 20.4 करोड़ डॉलर रहा, जो 20.58 प्रतिशत तक की गिरावट है। तिमाही में कच्चे इस्पात उत्पादन और माल ढुलाई में सालाना और तिमाही आधार पर कमजोरी दर्ज की गई।
दिसंबर तिमाही में कच्चे इस्पात का उत्पादन 16 लाख टन था, जो पूर्ववर्ती तिमाही के मुकाबले 2.3 प्रतिशत तक कम है और एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 12.1 प्रतिशत कम है।
इस्पात ढुलाई 16 लाख टन रही जो पूर्ववर्ती तिमाही के मुकाबले 2.5 प्रतिशत और एक साल पहले की अवधि की तुलना में 8 प्रतिशत कम थी।
हालांकि बिक्री कीमत कमजोर थी, लेकिन कंपनी ने कहा है कि उसका व्यवसाय भारत द्वारा इस्पात निर्यात पर शुल्क लगाए जाने के बाद प्रभावित हुआ।
AM/NS India का एबिटा पूर्ववर्ती वर्ष के 2 अरब की तुलना में पूरे वर्ष के लिए 1.2 अरब डॉलर पर रहा। कच्चे इस्पात का उत्पादन 67 लाख टन रहा जो सालाना आधार पर 10 प्रतिशत कम है और इस्पात ढुलाई 6 प्रतिशत घटकर 65 लाख टन रह गई।
वैश्विक इस्पात दिग्गज जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष पर अमल करती है। एएम/एनएस इंडिया में आर्सेलर मित्तल की 60 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक आर्सेलर मित्तल के वित्तीय परिणाम से मार्जिन दबाव का संकेत मिला है।