अपने परिवहन नेटवर्क में इजाफा करने और ग्राहकों को तेजी से डिलिवरी के प्रयास के तहत एमेजॉन इंडिया ने सोमवार को भारत में एमेजॉन एयर की शुरुआत करने की घोषणा की। इसके साथ ही यह समर्पित एयर कार्गो नेटवर्क रखने वाली देश की पहली ई-कॉमर्स कंपनी बन गई है। अपने शुरुआती चरण में एमेजॉन एयर के दो विमान चार शहरों – हैदराबाद, बैंगलूरु, दिल्ली और मुंबई के बीच ग्राहकों की खेपों की ढुलाई करेंगे।
कंपनी ने कहा कि लंबी अवधि को ध्यान में रखते हुए वह डिलिवरी व्यवस्था को तेज करने के लिए तीनों साधनों – सड़क, रेल और हवाई पर ध्यान केंद्रित करेगी। एमेजॉन एयर भारत में प्राइम एयर ब्रांड नाम के तहत काम करेगी। एमेजॉन बोइंग 737-800 विमान की पूरी कार्गो क्षमता का उपयोग करेगी, जिसे क्विकजेट कार्गो एयरलाइंस द्वारा संचालित किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए लॉजिस्टिक कारोबार या एमेजॉन एयर खोलने की फिलहाल उसकी कोई योजना नहीं है।
एमेजॉन के कस्टमर फुलफिलमेंट (एपीएसी, एमईएनए और एलएटीएएम) और ग्राहक सेवा उपाध्यक्ष अखिल सक्सेना ने कहा ‘अभी हम केवल इन्हीं चार शहरों पर ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि हमारे पास इन्हें आपूर्ति करने के लिए पर्याप्त घनत्व है। हम इस नेटवर्क का इस्तेमाल केवल एमेजॉन के लिए ही समर्पित नेटवर्क के रूप में करने पर विचार कर रहे हैं। हम अपने माल ढुलाई के लिए अन्य तृतीय पक्ष वाहकों के साथ भी काम कर रहे हैं।’
यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाहर भारत पहला ऐसा देश होगा, जहां एमेजॉन ने अपनी समर्पित एयर कार्गो सेवा शुरू की है। सक्सेना ने कहा कि यह शुरुआत इस बात का सबूत है कि मंदी, महंगाई और खत्म होते कोविड की प्रतिकूल स्थिति जैसे कारकों के बावजूद देश का ई-कॉमर्स क्षेत्र बढ़ रहा है।
सक्सेना ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमने देश में अपने पूर्ति, परिवहन और लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे के विनिर्माण के लिए कई सकारात्मक कदम उठाए हैं। एमेजॉन एयर में हमारे निवेश से भारत में हमारे ग्राहकों के लिए डिलिवरी का अनुभव और बेहतर होगा। इसके अलावा इस शुरुआत से भारत में परिवहन और विमानन जैसे सहायक कारोबार के लिए वृद्धि को सक्षम करते हुए 11 लाख विक्रेताओं को मदद मिलेगी।
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वैश्विक स्तर पर तकरीबन 18,000 और भारत में करीब 1,000 लोगों की नौकरी में कटौती संबंधित खबरों के बारे में पूछे जाने पर सक्सेना ने इस बात का संकेत दिया कि पूर्ति खंड पर शायद इसका कोई बड़ा प्रभाव न हो। उन्होंने कहा ‘हम जो निवेश कर रहे हैं, उस पर लगातार नजर रखेंगे। दुनिया भर के सभी संचालक अपने कारोबारों का मूल्यांकन कर रहे हैं। हम इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि कर्मचारियों की कितनी संख्या है और इस बात पर नजर रख रहे हैं कि लोग भविष्य में कहां निवेश करना चाहते हैं।’